जोशीमठ : पांगरचुला पीक से स्की डाऊन कर वाइल्ड हिमालया एडवेचर दिनेश भट्ट ने दिखाया जोश और जज्बा

Team PahadRaftar

जोशीमठ : पांगरचुला पीक से स्की डाऊन कर वाइल्ड हिमालया एडवेचर दिनेश भट्ट ने दिखाया जोश और जज्बा

 संजय कुंवर पांगरचुला/जोशीमठ

सूबे के अंतिम सरहदी नगर जोशीमठ की सबसे ऊंची ट्रैकिंग पीक और उच्च हिमालय क्षेत्र कुआरीपास पांगरचुला के टॉप प्वाइंट पर पर्यटकों और ट्रैकरों का जमवाड़ा लगा हुआ है,इन दिनों देशी विदेशी सैलानियों और ट्रैकरों की पहली पसंद पांगर चुला स्नो पीक को समिट करने और नीचे स्कीइंग करके आने का क्रेज बड़ता जा रहा है। 14 हजार फीट ऊंची पांगर चूला पीक इन दिनों बर्फ से लकदक है लिहाजा यहां स्नो ट्रैक के साथ पर्वतारोहण और स्कीइंग का मजा भी लिया जा सकता है। जोशीमठ के युवा पर्यटन कारोबारी और औली में वाइल्ड हिमालय एडवेंचर नाम से पर्यटन एजेंसी और होम स्टे चलाने वाले दिनेश भट्ट ने 14500 फिट की ऊंचाई पर बर्फ से ढके पांगरचुला पीक से स्की डाउन का साहसिक कारनामा कर दिखाया है। उन्होंने स्कीइंग के साजो सामान के साथ जोशीमठ से ट्रैक कर खुलारा मसान घेटा होकर पांगर चुला पीक की दुरुह चढ़ाई तय की और चोटी पर पहुंच कर वापस नीचे स्कीइंग कर बेसकेंप गेलगड पहुंचे।

बता दें कि पांगरचुला से नीचे स्कीइंग डाउन करना बहुत खतरनाक है बोल्डरों,मोरीनो,के बीच स्कीइंग करना किसी जोखिम भरे साहसिक एडवेंचर से कम नहीं, लेकिन दिनेश भट्ट को ये बहुत आसान दिखता है इनका कहना है कि बचपन से ही बुग्यालों में स्कीइंग के साथ पले बड़े हुए हैं। नेशनल विंटर गेम्स सहित उत्तराखंड की स्कीइंग टीम के कोच की जिम्मेदारी निभाई है। ट्रैकिंग और स्कीइंग उनकी रगरग में बसी है इसलिए जब भी वो इन पहाड़ों में ट्रेकिंग ग्रुप लेकर आते हैं तो स्कीइंग करना नहीं भूलते है। पांगर चुला पीक से यू स्कीइंग कर बेस केंप पहुंचना एक अलग तरह का अनुभव है।

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