
संजय कुंवर
जोशीमठ : अंतरराष्ट्रीय हिम क्रीड़ा स्थल औली पर्यटन एवं पर्यटकों की सदैव पहली पसंद रही है। यहां पर एवलांच जैसी कोई भी घटना आजतक नहीं हुई है। बावजूद प्रशासन द्वारा मौसम विभाग की चेतावनी के बाद औली में भी पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, जो स्थानीय व्यापारियों के गले नहीं उतर रही है। व्यवसायों ने उपजिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से सीएम धामी को ज्ञापन भेजा है।
एसडीएम जोशीमठ के माध्यम से दिए गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि लम्बे समय के बाद ही सही अच्छी बर्फबारी के चलते ही औली क्षेत्र में महज तीन महीनों के शीतकालीन पर्यटन व्यवसाय पर स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों की आजीविका और रोजी – रोटी निर्भर है। ऐसे मे एवलांच और बर्फबारी के पूर्वानुमान पर विंटर डेस्टिनेशन औली के होटल होम स्टे लॉज को खाली कराना किसी भी तरह से तर्क संगत नहीं है। इस आदेश के बाद आज विंटर डेस्टिनेशन औली में पूरी तरह खामोशी छाई रही, औली रोड पर भी पर्यटक वाहनों को रोके जाने के बाद पूरे दिन भर जोशीमठ औली मोटर मार्ग पर सन्नाटा पसरा रहा। इधर औली के पर्यटन कारोबारी प्रमोद पंवार, मयंक डिमरी, रविंद्र कंडारी अंशुमन बिष्ट आदि ने बताया की बर्फबारी और एवलांच की चेतावनी के बावजूद आज दिन भर औली में चटक धूप खिली नजर आई है। वहीं ज्ञापन में हिम क्रीडा स्थली औली के इतिहास, सुरक्षा एवं भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए औली क्षेत्र में अविलम्ब स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों एवं पर्यटकों की आवाजाही शुरू कराने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में एडवेंचर एसोसिएशन जोशीमठ के अध्यक्ष और प्रख्यात स्कियर विवेक पंवार,जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती, औली के पर्यटन कारोबारी नवीन मर्तोलिया, शिवांचल सेमवाल, महेन्द्र भुजवान, रविन्द्र मर्तोलिया आदि प्रमुख हैं।