जोशीमठ : उत्तराखंड की मिनी स्पीति वैली नीति वैली के प्राकृतिक झरने नाले हुए फ्रीज पर्यटकों को कर रहे बेहद आकर्षित
संजय कुंवर,नीति घाटी
पहाड़ों में खुशनुमा मौसम के बीच देश के कोने – कोने से प्रकृति प्रेमी पर्यटक सीमांत जिला चमोली के पर्यटन स्थलों की सैर के लिए पहुंच रहे है,विंटर डेस्टिनेशन औली सहित जोशीमठ क्षेत्र की खुबसूरत सीमांत ऋतु प्रवासी जनजाति घाटी मलारी,नीति भी पर्यटकों से गुलज़ार हो रखी है। पर्यटक उत्तराखंड की इस मिनी स्पीति वैली को एक्सप्लोर करने और घाटी में फ्रीज हुए नदी नालों प्राकृतिक झरनों की जमावट देखने ठंड और शीतलहर के बावजूद काफी तादाद में पहुंच रहे हैं।
सोमवार को बड़े दिन और क्रिसमस पर्व के दिन काफी तादाद में पर्यटक मलारी नीति घाटी के प्राकृतिक सुंदरता वन्य जीवन और और बॉर्डर के नजदीकी गांवों को देखने के लिए पहुंचे और यह सिलसिला आगे भी 31दिसंबर एक जनवरी तक जारी रहेगा। बार्डर रोड में मलारी से आगे कहीं – कहीं पाले से सड़क मार्ग खराब हुआ है लिहाज़ा लोकल जिप्सी, बोलेरों, कैम्पर सहित अन्य फोर बाय फॉर गेयर वाले वाहनों से पर्यटक इस वैली का लुफ्त उठाने पहुंच रहे हैं। भारत तिब्बत बॉर्डर से सटे इस इलाके में शीत काल में ऋतु प्रवासी आजकल गांवों की आबादी ना के बराबर रहती है,लिहाजा नीति घाटी आजकल शान्त वातावरण और ऊंचे पठारी धुरों, विषम भौगोलिक जलवायु,पारंपरिक भोटिया जनजाति की भवन निर्माण शैली देखने पर्यटक काफी संख्या में नीति घाटी का दीदार करने पहुंच रहे हैं। जिससे यहां विषम परिस्थितियों में रहकर आजकल होम स्टे चलाने वाले स्थानीय कारोबारी भी खासे खुश नजर आ रहे हैं।