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संजय कुंवर
जोशीमठ : नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क अधिकारियों का पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना – प्रदर्शन शुरू, जिससे वन्यजीव सुरक्षा एवं फायर सीजन कार्य हो रहे हैं प्रभावित।
अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर अब नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क ज्योतिर्मठ के अंतर्गत वन बीट अधिकारी/वन आरक्षी संघ के कार्मिकों ने एकजुट होकर कार्य बहिष्कार कर आंदोलन और तेज कर दिया है। शासन – प्रशासन के खिलाफ कड़ा आक्रोश जताते हुए संघ के अध्यक्ष चंद्र मोहन राणा और महा मंत्री नागेंद्र सिंह पंवार, अजय सिंह ने जानकारी दी है की संघ द्वारा ये कार्य बहिष्कार अभी भी जारी है और अनिश्चित कालीन है जब तक हमारी उपरोक्त मांगों पर कार्यवाही नही होती है.
उन्होंने बताया की शासन से की गई मांगों में मुख्यत 2016 की वन नियमावली के अनुसार 10 वर्ष की संतोष जनक सेवा पूर्ण करने पर संघ के कार्मिकों को पदोन्नति के साथ ही वन दरोगा को सीधी भर्ती बंद करने, एक माह का अतिरिक्त वेतन की मांग के साथ पदोन्नत वेतन मान 10 साल वर्ष के सेवा के बाद सहित वन आरक्षी के कंधे पर एक सितारा लगाने की मांगों को लेकर ये कार्य बहिष्कार आंदोलन शुरू किया गया था जो काली पट्टी बांधने से शुरू होकर आज भी जारी है। नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के इस वन बीट अधिकारी और आरक्षी संघ के वन कर्मियों द्वारा कार्य बहिष्कार का आंदोलन अगर यूं ही लम्बा चलता है तो फायर सीजन के साथ नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के तहत पूरे विश्व धरोहर स्थल नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क क्षेत्र के बफर जोन और कोर जोन सहित पूरे धौली गंगा और अलक नन्दा घाटी की वन वीटों की सुरक्षा और वन्य जीव संरक्षण सहित अन्य सभी फील्ड और फॉरेस्ट वर्क पार्क प्रशासन के कार्यों पर प्रभाव पड़ना लाजिमी है, समय रहते वन महकमें और शासन को इनकी मांगों के प्रति संजीदा होना पड़ेगा. इधर पार्क के वन क्षेत्र अधिकारी गौरव नेगी का कहना है कि वन कर्मियों के कार्य बहिष्कार से फॉरेस्ट और वाइल्ड लाइफ की सुरक्षा पेट्रोलिंग सहित अन्य वन संबंधी फील्ड कार्य प्रभावित हो रहे हैं।