संजय कुंवर
जोशीमठ : जोशीमठ नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में भालू के आतंक से निजात दिलाने के लिए महिला मंगल दल की टीम ने वन विभाग को ज्ञापन सौंपने के बाद विभाग अलर्ट मोड़ में आ गया है, और भालू से निपटने के लिए अपनी खास रणनीति बनाई है। इसके लिए विशेष टीम गठित कर सुनील वार्ड में पिंजरा लगाया गया है।
शीतकाल शुरू होते ही जोशीमठ क्षेत्र में भालूओं का आतंक शुरू हो जाता है, ऐसे में स्थानीय लोगों को खेती बाड़ी का काम, बच्चों को स्कूल भेजने और पैदल बाजार जाना भी मुश्किल हो जाता है। इस बार भी पिछले एक माह से नगर के विभिन्न वार्डों में भालूओं का झुंड दोपहर में भी खेतों व पैदल राहों में दिखाई दे रहा है। जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। कुछ दिनों पूर्व ही भालू ने एक महिला को भी घायल किया गया। बावजूद नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क द्वारा कोई खास कार्रवाई नहीं की जा रही थी। हालांकि वन विभाग द्वारा भालूओं को भगाने के लिए लगातार लंबी गश्त लगाई जा रही थी, लेकिन भालूओं का आतंक कम नहीं हो रहा था। ऐसे में सोमवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने वन विभाग कार्यालय पहुंच कर भालूओं से निजात दिलाने के लिए ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद वन विभाग ने त्वरित मामले को गंभीरता से लेते हुए भालूओं से निपटने के लिए 9 टीमें गठित की गई है। जो भालू प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर गश्त लगाएंगी और भालू की गतिविधियों पर नजर रखते हुए कार्यालय को रिपोर्ट करेंगे। वहीं सुनील वार्ड में भालू पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क वन क्षेत्रीय अधिकारी गौरव नेगी ने बताया कि भालुओं से निजात पाने के लिए वन विभाग द्वारा अब विशेष टीम गठित की गई है जो विभिन्न वार्डों में गश्त लगाकर भालूओं की गतिविधियों पर पैनी नजर रखेगी। जिससे किसी भी तरह का जानमाल का नुक़सान न हो।
भालू प्रभावित क्षेत्र
जोशीमठ में सुनील, डांडो, गांधी नगर, परसारी, सुनील, अपर बाजार, मारवाड़ी, सिंहधार, लोअर बाजार,मारवाड़ी, मनोहर बाग वार्डो में सबसे अधिक खतरा बना हुआ है।