भारतीय वन्य जीव संस्थान का पक्षी अवलोकन शिविर संपन्न,पांचवे दिन “लॉन्ग टैल्ड श्राइक” और “हुदहुद” रही आकर्षण का केंद्र
औली से संजय कुंवर की रिपोर्ट
पर्यटन स्थली जोशीमठ,औली,सहित उसके आसपास के ईको टूरिज्म फॉरेस्ट सर्किट में प्रकृति पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर भारतीय वन्य जीव संस्थान द्वारा स्थानीय युवाओं को खासकर पर्यटन कारोबार से जुड़े युवाओं के लिए अयोजित 5 दिवसीय बर्ड वाचिंग ट्रेनिंग कैम्प का आज समापन हो गया है। संस्थान के XRA जलज सेंटर से संचलित होने वाले इस रोजगार परक कार्यक्रम में क्षेत्र के करीब 22 प्रकृति प्रेमि युवाओं ने पक्षी विशेषज्ञ आशीष कुमार से पक्षी अवलोकन की बारीकियां सीखी और जोशीमठ औली,जगथाली, गोन्ख,सुनील कुंड,लामरी, मनोटी,कोठी फार्म औली के फॉरेस्ट एरिया में पक्षी अवलोकन कर 50 से अधिक प्रजाति के बर्ड की उनके प्राकृतिक आवास में ही पहचान कर डाटा बेस तैयार किया,अब जोशीमठ औली गोरसों ईको टूरिज्म रूट पर डे हाइकिंग के लिए आने वाले प्रकृति प्रेमियों,पक्षी प्रेमियों, पथारोहियों को क्षेत्र के प्रशिक्षित बर्डर गाइड,बर्ड वाचिंग के लिए मिल सकेंगे, कार्यक्रम व्यवस्थापक विवेक पंवार ने बताया की अब जोशीमठ,औली, आने वाले पर्यटक,प्रकृति प्रेमी बुग्यालों की सैर के साथ साथ पक्षी अवलोकन का भी लुत्फ उठा सकते है, और इसके जरिए स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा,वहीं पक्षी अवलोकन कैम्प के कॉर्डिनेटर प्रशांत तड़ियाल ने सभी प्रशिक्षु युवाओं को शिविर की समाप्ति पर बर्ड वाचिंग के आगे के उज्ज्वल भविष्य की शुभ कामनाएं देते हुए कहा की पक्षी और जीवन दायिनी नदी दोनों के संरक्षण के लिए हमे आगे आना होगा, इस अवसर पर पक्षी विशेषज्ञ आशीष कुमार ने सभी बर्ड वाचिंग प्रशिक्षुओं को बर्डर के रूप में नई पारी शुरू करने के लिए ई०बर्ड और मर्लिन जैसे बर्डिंग ऐप डाउनलोड करा कर इनपर कार्य करना सिखाया ताकि सभी प्रशिक्षित बर्डर आगे भी बर्डिंग के क्षेत्र में सोशल मीडिया नेटवर्किंग पर पक्षी अवलोकन के डाटा बेस तैयार कर सके और इस ऐप के द्वारा पक्षियों की पहचान करने में उन्हें आसानी होगी।