संजय कुंवर
जोशीमठ : आपदा के तीन वर्ष बाद भी जुवाग्वाड पुल नहीं बनने से ग्रामीणों की जिंदगी ट्रॉली के सहारे झूल रही है। जिसके चलते लोगों में आक्रोश बना हुआ है, ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार की भी चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि वर्ष 2021 में रैंणी आपदा में जुवाग्वाड झूला पुल बह गया था, जिसे बनाने के लिए ग्रामीणों द्वारा कही बार शासन – प्रशासन से मांग की गई। लेकिन शासन – प्रशासन ने कभी भी ग्रामीण की गंभीरता से सुध नहीं ली। जिसके चलते जुवाग्वाड के 54 परिवारों की जिंदगी आज भी ट्रॉली के सहारे झूल रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि 6 फरवरी 2024 को जिलाधिकारी चमोली को ज्ञापन सौंपकर पुल निर्माण की मांग की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्राम प्रधान भुवन राणा बताते हैं कि आपदा के दौरान जिला व केंद्र के मंत्री आने के बाद भी आज तक जुवाग्वाड झूला पुल न बनने से ग्रामीण होटलों में शादी करने को मजबूर हैं साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी मिलों दूर जाना पड़ रहा है। महिला मंगल दल अध्यक्ष मुन्नी देवी, बख्तवार सिंह चन्द्र सिंह,भरत सिंह, गुमान सिंह, सरपंच जोती देवी ने सरकार की हीलाहवाली पर आक्रोश जताया।