ज्योतिर्मठ: राज्यस्तरीय सीमांत बाल विज्ञान महोत्सव में प्रतिभाग कर अपने विद्यालय राउमावि थैंग लौटा बाल वैज्ञानिक आर्यन नेगी
संजय कुंवर
तृतीय राज्य स्तरीय सीमांत बाल विज्ञान महोत्सव 2024 पिथौरागढ़ में,जनपद चमोली के सीनियर विज्ञान नाटक(प्रथम स्थान) के साथ छह इवेंट के मेडल की प्राप्ति करते हुए चमोली जनपद के बाल वैज्ञानिकों ने किया जोरदार प्रदर्शन।
इस इवेंट्स में चमोली जनपद के सभी बाल वैज्ञानिकों का उत्साह जनक प्रदर्शन रहा। वहीं राज्य स्तरीय इस विज्ञान गणित महोत्सव में चमोली जनपद की बाल वैज्ञानिक टीम के साथ सीमांत प्रखंड ज्योतिर्मठ के सुदूरवर्ती गांव थेंग स्थित रा,उ,मा, विद्यालय के होनहार कक्षा 7 में अध्यनरत बाल वैज्ञानिक आर्यन नेगी ने भी अपने गाईड/ मार्ग दर्शक अध्यापक राजेश थपलियाल के कुशल मार्ग दर्शन में विज्ञान विषय के खास मॉडल के साथ जनपद चमोली को और से राज्य स्तरीय सीमांत बाल विज्ञान महोत्सव में प्रतिभाग करते हुए बेहतर प्रदर्शन कर सीमांत गांव थेंग सहित पूरे जनपद चमोली का नाम रोशन किया है, बाल वैज्ञानिक आर्यन के इस प्रदर्शन पर थेंग के ग्राम प्रधान महावीर पंवार ने खुशी जताते हुए बाल वैज्ञानिक आर्यन नेगी सहित उनके मार्ग दर्शक अध्यापक राजेश थपलियाल को शुभ कामनाएं दी है, और कहा की हमारे विद्यालय के गुरु राजेश थपलियाल जी और उनके शिष्य आर्यन ने आज राज्य स्तर पर हमारे गांव और विद्यालय का नाम रोशन किया है।
इधर विद्यालय के अध्यापक और आर्यन नेगी के मार्ग दर्शक विज्ञान अध्यापक राजेश थपलियाल ने बताया कि उनके विद्यालय के एक और होनहार बाल वैज्ञानिक छात्र प्रिंस नेगी भी गणित विषय के राज्य स्तरीय इवेंट्स में राजधानी देहरादून में अभी चमोली जनपद का प्रतिनिधित्व कर रहा है,इतने दूरस्थ सुदूरवर्ती क्षेत्र थैंग गांव के दोनों बाल वैज्ञानिक बच्चों में विज्ञान और गणित जेसे विषयों के प्रति इस तरह की रुचि के चलते उन्हें उचित मार्ग दर्शन देते हुए आज राज्य स्तर पर दोनों विद्यार्थियों को प्रतिभाग करते देख एक मार्गदर्शक अध्यापक के रूप में मुझे भी बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने ये भी बताया कि जीजीआईसी ज्योर्तिमठ की भी एक होनहार छात्रा कुमारी आयशा विज्ञान मॉडल के साथ इस राज्य स्तरीय सीमांत बाल विज्ञान महोत्सव में प्रतिभाग करने पहुंची थी,जिनकी मार्गदर्शक अध्यापिका तारा राणा को भी इसका श्रेय जाता है।
गौरतलब है कि जवाहर नवोदय विद्यालय मरसोली पिथौरागढ़ में तृतीय राज्य स्तरीय सीमांत बाल विज्ञान महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया था, इस दो दिवसीय आयोजन में 6 जिलों के बाल वैज्ञानिकों ने अपने मॉडल प्रदर्शित करने के साथ ही विज्ञान विषय पर हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही कुमाऊंनी और गढ़वाली भाषा में कविता पाठ, नाटक के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाई। वहीं विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने यहां प्रतिभागी विद्यार्थियों के साथ विज्ञान का ज्ञान साझा किया। विगत बुधवार को नवोदय विद्यालय में देश के जाने माने प्रसिद्ध भू-वैज्ञानिक पद्मभूषण प्रो. के०एस०वल्दिया की स्मृति में आयोजित राज्य स्तरीय पर्वतीय सीमांत बाल विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा और डीएम विनोद गोस्वामी ने किया था। केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने कहा कि इस तरह के इवेंट्स के आयोजन से स्कूली बच्चों में वैज्ञानिक सोच पैदा होती है जो भविष्य में प्रदेश और देश के विकास में सहायक होगी। वहीं महोत्सव में पिथौरागढ़ के साथ ही बागेश्वर, चंपावत, रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी के 101 छात्रों और 139 छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान विद्यार्थियों की क्विज, हिंदी, अंग्रेजी, कुमाऊंनी, गढ़वाली कविता पाठ, नाटक आदि महत्वपूर्ण और रुचिपरक प्रतियोगिताएं कराई गई, वहीं दो दिवसीय महोत्सव में शिरकत कर रहे जाने माने विशेषज्ञों ने प्रतिभागी विद्यार्थियों को विज्ञान की महत्ता और उपयोगिता बताई।