ऊखीमठ
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने विकास खंड जखोली में मूसलाधार बारिश के कारण क्षेत्र में आवासीय भवन एवं कृषि भूमि को हुए नुकसान का मौके पर निरीक्षण कर प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने ग्रामीणों के हुए नुकसान का आंकलन कर उचित मुआवजा देने को कहा। उन्होंने सभी अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई कर आपदा क्षेत्र का सर्वे करने, सभी प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने एवं मुआवजा वितरित करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने बुधवार को उप जिलाधिकारी जखोली समेत अन्य अधिकारियों के साथ आपदाग्रस्त क्षेत्र चिरबटिया लुठिया का मौके पर निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने बारिश एवं भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुए गांवों के रास्तों को मनरेगा के तहत मरम्मत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि प्रभावित गांवों में विद्युत एवं पेयजल लाइनों को जो भी नुकसान हुआ है उन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जाए। उन्होंने उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि कृषि भूमि, आवासीय भवन एवं फसलों को हुए नुकसान का तत्काल सर्वे करवाते हुए बिना देरी के प्रभावितों को उचित मुआवजा उपलब्ध कराया जाए।चिरबटिया लुठिया के विजय पाल सिंह एवं बलदेव सिंह के मकान को हुए नुकसान को देखते हुए उन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिला भू – वैज्ञानिक अधिकारी को आपदाग्रस्त क्षेत्र का भू गर्भीय
निरीक्षण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मखेत में क्षतिग्रस्त पुलिया का निर्माण त्वरित कार्रवाई से करने के निर्देश दिए, ताकि ग्रामीणों की आवाजाही में कोई समस्या न हो। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों का त्वरित सर्वे करवाने के लिए अन्य तहसीलों के पटवारियों एवं लेखपालो
की भी मदद के लिए बुलाया जाए, ताकि सर्वे जल्दी पूरा हो सके। इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि कोई भी परिवार सर्वे से वंचित न रह जाए।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल,
उप जिलाधिकारी जखोली परमानन्द राम, अधिशासी अभियंता लोनिवी जेएस रावत, नायाब तहसीलदार राम किशोर ध्यानी समेत स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।