जवाहर नवोदय विद्यालय में अभिभावक-शिक्षक परिषद का गठन
पीपलकोटी : शनिवार को जवाहर नवोदय विद्यालय में अभिभावक-शिक्षक परिषद् गठन के लिए बैठक हुई, जिसमें प्राचार्य श्री आर. आर. सिंह ने सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर बैठक का शुभारंभ किया। पूर्व अभिभावक-शिक्षक परिषद् के सदस्यों ने विद्यालय में अपने कार्य के अनुभव दिया तथा छात्र हित के लिए अपने सुझाव दिए गए।
प्राचार्य श्री आर.आर. सिंह ने कोरोनाकाल का हवाला देते हुए विद्यालय प्रगति तथा छात्र-छात्राओं की प्रगति के विषय में जानकारी दी, साथ ही विद्यालय में जल की समस्या को भी परिषद् के सामने रखते हुए कहा कि नवोदय विद्यालय समिति द्वारा 27 लाख विद्यालय में नलकूप लगवाने के लिए आवंटित किया गया है जिसे जल संस्थान, चमोली को सौंपा गया है। शीघ्र ही जल की समस्या को दूर कर लिया जाएगा।नवनिर्वाचित अभिभावक-शिक्षक परिषद के सदस्यों का स्वागत किया गया तथा उन्होंने छात्रहित में कार्य करने का वचन दिया। चमोली के नौ विकास खंडों से 20 सदस्य निर्वाचित किए गए जिनमें से श्री हरिश्चन्द्र सोनी, श्री नरेन्द्र सिंह बिष्ट, श्री रणजीत सिंह, श्री महिपाल सिंह, श्री अशोक गुसाईं, श्रीमती संगीता कर्प्रवाण, श्रीमती रेखा देवी, श्रीमती बीना देवी, श्रीमती कमलेश परिहार इत्यादि ने अपने विचार व सुझाव विद्यालय संचालन के लिए दिया। शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में ले. फिरोज अहमद ने हाउस मास्टर, शिक्षण कार्य व विद्यालय की व्यस्ततम दिनचर्या से अभिभावकों को परिचय कराते हुए वरिष्ठ छात्र-छात्राओं के पालकों को प्रत्येक माह के दूसरे शनिवार को आने का आग्रह किया जिससे की छात्र-छात्राओं के अध्ययन का सटीक मूल्यांकन हो सके और वे भविष्य में सफल हों।
श्री एम. एस. नेगी ने परीक्षा से संबंधित छात्र-छात्राओं के मूल्यांकन की जानकारी के साथ अभिभावक सदस्यों के चयन के विषय में जानकारी दी व उनके उत्तरदायित्व से परिचय कराया। श्री आर.डी. रेंगर, श्री एम. एस. नेगी, ले. फिरोज अहमद, श्री सुमित यादव, श्री अजीत सिंह, श्री भारत भूषण, श्री दिनेश थापा, श्री शिवानंग जुगरान, श्रीमती असीम नेगी, श्रीमती हेमलता, श्रीमती रति शर्मा, श्रीमती रजनी राणा, श्रीमती अनीता राजावत, श्रीमती श्रद्धा शुक्ला, श्रीमती पूर्णिमा राज, श्रीमती रतिका भारद्वाज, सुश्री हरदीप कौर, सुश्री संदीपा, सुश्री रैसुमै नारजारी उपस्थित रहे।
धन्यवाद ज्ञापन श्री आर. डी. रेंगर तथा कार्यक्रम का संचालन सुश्री छाया त्रिपाठी ने किया।