आइटीबीपी आठवीं वाहिनी गौचर ने आजादी का अमृत महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया – केएस असवाल

Team PahadRaftar

गौचर : आठवीं वाहिनी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस में स्वतंत्र भारत की 75वीं वर्षगांठ, आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

गौचर 8वीं वाहिनी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, गौचर कैम्प परिसर में श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्र भारत की 75वीं वर्षगांठ आजादी अमृत महोत्सव कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

स्वतंत्रता दिवस के इस पावन अवसर पर श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के द्वारा ध्वजारोहण किया गया, ध्वजारोहण के दौरान 01 अधिकारी (परेड कमाण्डर), 03 अधीनस्थ अधिकारी एवं 30 जवानों की सैन्य टुकड़ी/परेड़ के द्वारा सशस्त्र राष्ट्रीय सलामी दी गई। राष्ट्रीय सलामी के दौरान राष्ट्रगान की धुन पर राष्ट्रीय गान गाया गया। ध्वजा रोहण के पश्चात श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं के द्वारा उपस्थित अधिकारी गण, अधीनस्थ अधिकारी गण, हिमवीर जवानों एवं आई0टी0बी0पी0 पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों एवं अध्यापिकाओं को संबोधित किया आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। आज का दिवस हम सभी के लिए बेहद खास है, यही कारण है कि हम बेसब्री से इस दिन का इंतजार करते हैं। इस विशेष दिन हम उन सभी महान क्रांतिकारियों एवं स्वतंत्रता सेनानियों की याद में श्रद्वांजलि अर्पित करते हैं। जिन्होंने लम्बे स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान देश के गौरव के लिये बहादुरी से लड़ते हुए त्याग और बलिदान दिया, जिसके चलते हमें आजादी मिली है। भारत का स्वतंत्रता दिवस सिर्फ अंग्रेजों से प्राप्त हुई हमारी आजादी को ही नहीं दर्शाता है, बल्कि यह हमारे देश की क्षमता और शक्ति को भी दर्शाता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर न केवल हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं, बल्कि अपने देश की उपलब्धियों को भी स्मरण करते हैं जो हमें बेहतर और लीक (राह/रास्ता) से हटकर कार्य करने के लिये प्रोत्साहित करता हैं। हम सब को यह जानकर प्रसन्नता होती है कि सैन्य शक्ति के मामले में आज हम दुनियां के पांच सबसे शक्ति शाली देशों में से एक हैं, और इसका श्रेय हमारी सेना के वीर सैनिकों को जाता है। आज के परिप्रेक्ष्य में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान सुरक्षा और देश की शांति व्यवस्था के लिये ना सिर्फ दिन-रात सीमा पर मुस्तैद रहते हैं, बल्कि किसी भी आपदा और संकट के समय में भी बचाव राहत कार्यों के लिये सदैव तत्पर रहते हैं, जिस पर हमें गर्व है।

8वीं वाहिनी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल प्रतिकूल भौगोलिक एवं उच्च हिमालयी क्षेत्र में दिन-रात सीमा की चौकसी में तत्पर हैं, इसके अतिरिक्त हमारी तैनाती देवभूमि उत्तराखण्ड के धार्मिक एवं पर्यटन स्थल जैसे क्षेत्रों में भी है। जहॉं देश-विदेश के लाखों पर्यटक/श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। मुझे अति गर्व है कि सीमा चौकसी के अतिरिक्त 8वीं वाहिनी के जवानों के द्वारा हजारों श्रद्वालुओं को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करने हेतु, बचाव एवं राहत कार्यों को बेहतरीन तरीके से किया जाता रहा है। भविष्य की चुनौतियों के लिए भी हम आम नागरिकों की सुरक्षा व सहायता के लिए तत्पर हैं।

सेनानी के संबोधन के उपरान्त भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल में कर्मनिष्ठा के भाव से सराहनीय कार्य करने पर हवलदार/जी0डी0 भूपेन्द्र सिंह, 8वीं वाहिनी, भा0ति0सी0पु0बल को महानिदेशक प्रशस्ति-पत्र के साथ सेनानी के द्वारा सम्मानित किया गया। परेड कमाण्डर के द्वारा स्वतंत्रता दिवस परेड़ निष्क्रमण की अनुमति ली गई। अनुमति के उपरानत परेड कमाण्डर द्वारा परेड़ निष्क्रमण किया गया। आई0टी0बी0पी0 पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों में देश प्रेम की भावना के विकास (देश हिफाजत एवं सुरक्षा हेतु) एवं सामाजिक, राजनीतिक एवं नागरिक उत्तरदायित्व की भावना के विकास हेतु श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं के मुख्य आथित्य में देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम के अन्त में विद्यार्थियों को मुख्य अतिथि के द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार वितरित किया गया। विद्यार्थियों में आदर्श नागरिक उत्तरदायित्व की भावना के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली विद्यालय की शिक्षिकाओं को सेनानी के द्वारा सम्मानित किया गया। अन्त में मिष्ठान वितरण के साथ की कार्यक्रम संपन्न हुआ।

Next Post

केदारनाथ धाम में सावन के अंतिम सोमवार तक दस लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा के दर्शन - लक्ष्मण नेगी की रिपोर्ट

ऊखीमठ : द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के धाम में श्रावण के पांचवे व अन्तिम सोमवार को 4526 तीर्थ यात्रियों के दर्शन करने के बाद तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा 10 लाख के पार पहुंच गया है। श्रावण के अन्तिम सोमवार को सायंकालीन […]

You May Like