आठवीं वाहिनी आईटीबीपी ने मनाया बल स्थापना दिवस
गौचर : सोमवार को 8वीं वाहिनी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल गौचर परिसर में हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में 61वें आईटीबीपी स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया
आईटीबीपी गौचर द्वारा सोमवार को बड़े हर्षोल्लास के अपना स्थापना दिवस मनाया गया। इस पावन अवसर पर हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के द्वारा बल ध्वजारोहण किया गया। ध्वजारोहण के दौरान बल की सैन्य टुकड़ी/परेड़ के द्वारा सशस्त्र बल ध्वज सलादी दी गई तथा सशस्त्र बल ध्वज सलामी के दौरान बल गीत की धुन पर बल गीत गाया गया। ध्वजा रोहण के पश्चात श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं वाहिनी के द्वारा उपस्थित परिवार गण, अधिकारी गण, अधीनस्थ अधिकारी गण, एवं हिमवीर जवानों को अपने संबोधन के माध्यम से भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के 61वें स्थापना दिवस एवं दीपावली के पावन पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई।
सेनानी 8वीं वाहिनी ने अपने संबोधन के माध्यम से बताया कि इस बल का गठन भारत-चीन युद्व 1962 ईस्वी के पश्चात भारत की उत्तरी सीमाओं की सुरक्षा एवं निगरानी के मद्देनजर 24 अक्टूबर, 1962 ईस्वी में इस बल की स्थापना की गई। आज इस बल की 60वीं वर्षगॉंठ मनाने जा रहे है। 60 वर्षों की लम्बी अवधी के दौरान कोई भी व्यक्ति व संगठन इतना परिपक्व हो जाता है कि वो अपने अनुभवों को अपनी भावी पीढ़ी के समक्ष साझा कर नित नये आयाम तक पहुँचा सकता है। इस बल के अधिकारियों एवं जवानों की कर्तव्यनिष्ठा के परिणामस्वरूप बल ने अपनी 60 वर्ष की आयु के दौरान कई महत्वपूर्ण उपब्धियाँ हासिल की हैं। जिसके चलते यह बल देश के प्रमुख अर्द्धसैनिक बलों में अपना विशेष स्थान रखता है।
आज के परिप्रेक्ष्य में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान अन्तरराष्ट्रीय सीमा सुरक्षा और देश की शांति व्यवस्था के लिये ना सिर्फ दिन-रात सीमा पर मुस्तैद रहते हैं, बल्कि किसी भी आपदा और संकट के समय में भी बचाव राहत कार्यों के लिये सदैव तत्पर रहते हैं, जिस पर हमें गर्व है।
8वीं वाहिनी, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल प्रतिकूल भौगोलिक एवं उच्च हिमालयी क्षेत्र में दिन-रात सीमा की चौकसी में तत्पर है, इसके अतिरिक्त लाखों पर्यटक/श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। मुझे अति गर्व है कि सीमा चौकसी के अतिरिक्त 8वीं वाहिनी के जवानों के द्वारा हजारों श्रद्वालुओं को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करने हेतु, बचाव एवं राहत कार्यों को बेहतरीन तरीके से किया जाता रहा है। भविष्यकी चुनौतियों के लिए भी हम आम नागरिकों की सुरक्षा व सहायता के लिए तत्पर है।
संबोधन के उपरान्त परेड कमाण्डर के द्वारा बल स्थापना दिवस परेड़ निमण की अनुमति ली गई। अनुमति के उपरानत परेड कमाण्डर द्वारा परेड़ निष्क्रमण किया गया। परेड़ निष्क्रमण के उपरान्त सेनानी के द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों से मिलकर कर बल स्थापना दिवस एवं दीपावली के पावन पर्व की भी हार्दिक बधाईयॉं प्रदान की गई।
इस अवसर के द्वितीय सत्र के दौरान श्रीमती मुजफ्फर नसीमा, चीफ पैट्रन, हिमवीर वाईव्ज वलफेयर एसोसिएशन 8वीं वाहिनी के मुख्य आतिथ्य में पहाड़ियों की तलहटी के मध्य सुरम्य प्राकृतिक एवं मनोरम स्थल में स्थित कैम्प में आई0टी0बी0पी0 परिवार के बच्चों में मनोदैहिक विकास एवं आदर्श नागरिक उत्तरदायित्व की भावना के विकास हेतु बच्चों के मध्य जलेबी दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जवानों के मध्य बोरा दौड़, तीन टांग दौड़, रस्सा कसी प्रतियोगिता तथा हिमवीर महिला सदस्यों के मध्य कुर्सी रेस का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम के दौरान हिमवीर परिवारों/बच्चों हेतु प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत से संबंधित व पर्वतारोही उपकरणों के प्रति जागरूकता के मद्देनजर प्रदर्शनी लगाई गई। ज्ञातव्य रहे कि मनोरम एवं सुसज्जित प्रांगण में विभिन्न प्रकार के स्टॉल भी लगाए गए है।
अन्त में मुख्य अतिथि के द्वारा प्रतियोगियों को प्रोत्साहन स्वरूप उचित पुरस्कार प्रदान किया गया व दीपावली के पावन पर्व के मद्देनजर महोदया के द्वारा फूल-झड़ी प्रज्ज्वलित करके दीपोत्सव को भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया तथा मिष्ठान वितरण के उपरान्त कार्यक्रम का समापन किया गया।