
आईटीबीपी आठवीं वाहिनी ने पौधारोपण कर धूमधाम से मनाया विश्व पर्यावरण दिवस
केएस असवाल
गौचर : विश्व पर्यावरण दिवस पर श्री अतुल कुमार थवाईत, सेनानी, 8वीं वाहिनी आईटीबीपी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में विश्व पर्यावरण दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर श्री अतुल कुमार थवाईत, सेनानी, उपस्थित
अधिकारियों एवं हिमवीर जवानों के द्वारा वाहिनी कैम्पस में वृक्षारोपण किया गया।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के उपरान्त अतुल कुमार थवाईत, सेनानी द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए बताया है कि पर्यावरण का हम सभी के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है, पर्यावरण के बिना मानव का भविष्य सुरक्षित नहीं रह सकता है। पर्यावरण से ही हमारा अस्तित्व है अर्थात पर्यावरण से ही हम बने है ना कि हमसे पर्यावरण बना है। लेकिन बड़ी ही विडंबना की बात है कि आज मानव स्वयं तक ही सीमित रह गया है आज आधुनिक युग में मानव दिन दोगुनी व रात चौगुनी रफ्तार से जीवन में प्रगति कर रहा है लेकिन मानव तनिक भी पर्यावरण की चिंता नहीं कर रहा है अर्थात आज हर वैश्विक मानव आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है और इसी के चलते ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है। जो कि विश्व समुदाय के लिए बड़ा ही चिंता का विषय है। आज मानव व विज्ञान की प्रगति आसमान को छू रही है परन्तु इसी रफ्तार से पर्यावरण को क्षति भी पहुंच रही है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा वर्ष 2021 में संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में ग्लासगो में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन COP26 में वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुए आह्वान किया है कि हमें वैश्विक स्तर पर यह प्रण करना होगा कि हमें सामुदायिक तौर पर हमें पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली (Life Style for Environment) का निर्माण करना होगा ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें।
प्रधानमंत्री के उक्त आह्वान को विश्व के समस्त नेताओं ने स्वीकार किया जो कि हम सभी के लिए गर्व की बात है। भारत सरकार के द्वारा पर्यावरण हेतु मिशन लाइफ के नाम से व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। हमें अपनी दैनिक जीवन चर्या में अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु छोटा-बडा कार्य पर्यावरण के अनुकूल ही निष्पादित करना चाहिए ताकि हम इस पृथ्वी को बचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर सकेंगे। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल का दायित्व राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण को सुरक्षा प्रदान करना भी है। एक सैनिक के रूप में हमें ऐसी जीवनी शैली को जीना होगा, जो कि सामाजिक समुदाय के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सके।
आप सभी का यह दायित्व बनता है कि लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता उत्पन्न करें ताकि आपके आस-पास निवासरत प्रत्येक नागरिक पर्यावरण के अनुकूल जीवन जिए ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें। सेनानी महोदय द्वारा कैम्पस को प्लास्टिक मुक्त करने व दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने हेतु भी प्रेरित किया गया। वाहिनी में निवासरत हिमवीर परिवार की महिला सदस्याओं के द्वारा भी पौधारोण किया गया।