देहरादून : अंतराष्ट्रीय सेब महोत्सव का आगाज,सीमांत जोशीमठ प्रखंड के जैविक सेब ने बिखेरी फेस्टिबल में महक
राजधानी देहरादून में आज अंतरराष्ट्रीय सेब महोत्सव का आगाज हुआ। इस तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय सेब महोत्सव में सीमांत जिला चमोली के जोशीमठ प्रखण्ड की मेरग और परसारी गाँव के दो मेहनत कश और प्रगतिशील जागरूक सेब बागवान गोपाल खत्री और नरेंद्र सिंह बिष्ट भी अपने बाग़ानों के जैविक सेबों की महक और वैराईटी के साथ सूबे की राजधानी में आयोजित इस अंतराष्ट्रीय सेब महोत्सव में प्रतिभाग करते हुए सीमांत चमोली जिले के सेबों की प्रदर्शनी का प्रतिनिधित्व कर क्षेत्र के सेब काश्तकारों का हौसला बढ़ा रहे हैं। जोशीमठ उद्यान विभाग के अधिकारी सोमेश भंडारी नें दोनों सेब बागवानों को शुभकामनाएं भेजी है। पहाड़ रफ्तार समाचार से दूरभाष पर सीमांत के जागरूक सेब बागवाँन नरेंद्र सिंह बिष्ट ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस तरह के इंटर नेशनल लेबल के महोत्सव से हमे कई चीजें सीखने और देखने को मिल रही है। यहाँ देशी विदेशी सेब बाग़ान एक्सपर्ट आये हुए है मार्केटिंग एक्सपर्ट मौजूद है। अत्याधुनिक मशीनें स्टाल पर मौजूद हैं और जम्मू कश्मीर, हिमांचल और यमुना,टोंस घाटी, से लेकर उपला टकनौर क्षेत्र के सेब बागवानों से मुलाकात भी हो रही और इनसे सेब बागवानी और पेकिंग मार्केटिंग को लेकर काफी कुछ जानकारिया साझा हो रही है। आगे और दो दिनों में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा इस सेब महोत्सव का उत्तराखंड के सेबों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग के साथ नई पहचान दिलाना है। उद्देश्य रेंजर ग्राउंड देहरादून में किया गया है कार्यक्रम का आयोजन, इससे उत्तराखंड सेेब को मार्केटिंग के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
इस इंटरनेशनल सेब महोत्सव में देश के जाने माने सेब इंडस्ट्री के अदानी ग्रुप समेत टर्की,नाइजीरिया समेत कई देशों की कंपनियां की नजरें इस महोत्सव पर टिकी होगी।
वहीं सूबे के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि इस महोत्सव के माध्यम से प्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि नेशनल लेबल पर उत्तराखंड के सेब के ब्रांड को नई पहचान मिल सके इसी उद्देशय से ये महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। वहीं तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में सेब के अलग-अलग किस्मों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें उत्तराखंड समेत हिमाचल और जम्मू कश्मीर के प्रगतिशील किसान उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे।