
जिले में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सभी प्रमुख मार्ग यातायात के लिए सामान्य एवं सुचारू है। जबकि बारिश के कारण अवरूद्ध सात ग्रामीण मोटर मार्गों में से तीन सुचारू कर दिए गए है। जिला आपदा कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार नन्दप्रयाग-घाट-सुतोल, परखाल-सिलोडी, देवाल-मुन्दोली से कांडई तथा नन्दकेशरी-देवसारी मोटर मार्ग सुचारू करने का काम जारी है। मंगलवार को बारिश के आंकड़ों पर नजर डाले तो तहसील चमोली में 11.5 एमएम, कर्णप्रयाग में 7.00 एमएम, जोशीमठ में 0.6 एमएम और नन्दानगर (घाट) में सबसे अधिक 20.00 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई। जिले की प्रमुख नदियॉ खतरे के निशान से नीचे बह रही है। अलकनन्दा नदी का जल स्तर खतरे का निशान 957.42 मीटर के सापेक्ष 952.65 मीटर, नन्दाकिनी नदी का जल स्तर खतरे का निशान 871.50 मीटर के सापेक्ष 866.60 मीटर तथा पिण्डर नदी का जल स्तर खतरे का निशान 773.00 मीटर के सापेक्ष 767.92 मीटर के स्तर पर बह रही हैं।