भू-बैकुंठ धाम में कपाटबंदी से पूर्व की पंच पूजाएं मंगलवार से होंगी शुरू – संजय कुंवर बदरीनाथ
भू – बैकुंठ नगरी श्री बदरीनाथ धाम के कपाटबंदी से पूर्व होने वाली पंच पूजाएं की प्रक्रिया कल मंगलवार 16 नवंबर से शुरू होंगी। बता दें कि कपाट बन्द होने के बाद भगवान श्री हरि की नित्य पूजा का दायित्व देवताओं की पास आ जायेगा,देव ऋषि नारद को शीतकाल के 6 माह हेतु श्री नारायण सेवा का दायित्व मिल जायेगा। वहीं बदरीनाथ में देव स्थानम बोर्ड ने बदरीनाथ धाम के कपाट बन्द होने की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। चमोली जिले में समुद्रतल से करीब 10 हजार 276 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 20 नवंबर को वृष लग्न में शाम 6 बजकर 45 मिनट पर शीतकाल हेतु बंद किए जाएंगे।
वहीं देव स्थानम् बोर्ड बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चन्द्र उनियाल ने बताया कि बदरीनाथ धाम में होने वाली पंच पूजाओं के क्रम में सबसे पहले कल 16 नवंबर को विध्नहर्ता भगवान श्री गणेश पूजा के साथ गणेश मंदिर के कपाट बंद होंगे। तो 17 नवंबर को भगवान आदिकेदारेश्वर मंदिर के कपाट बंद होंगे । 18 नवंबर को खडग पुस्तक और वेद ऋचाओं का वाचन बंद होगा। 19 नवंबर को भगवान नारायण के साथ गर्भगृह में शीत काल में विराजमान होने के लिए मां लक्ष्मी जी का आह्वान किया जाएगा। जबकि पांचवें दिन 20 नवंबर को श्री बद्री विशाल जी के मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे।