हेमकुंड साहिब के कपाट बंद पर लगभग 1500 श्रद्धालुओं का जत्था बने अंतिम अरदास के साक्षी – संजय कुंवर

Team PahadRaftar

हेमकुंड साहिब : सिखों के पवित्र धाम श्री हेमकुंड साहिब के कपाट सोमवार को अपराह्न में शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने के दौरान करीब 1500 सिख श्रद्वालुओं का जत्था अंतिम अरदास के साक्षी रहे। हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की प्रक्रिया सोमवार सुबह से शुरू हो गई थी। सुबह 10.00 बजे पहली अरदास हुई। इसके बाद 11ः25 बजे तक सुखमणी का पाठ और शब्द कीर्तन हुआ। इसके बाद रागी जत्थे द्वारा दरबार हॉल में उपस्थित संगतों को गुरवाणी कीर्तन सुनाकर निहाल किया। इस वर्ष की यात्रा की समाप्ति की अरदास करके बैंड-बाजों की धुनों के साथ धूमधाम से पंच प्यारों की अगुवाई में गुरू साहिब जी के स्वरूप को सुखासन स्थान पर सुशोभित कर दिया गया। इस अवसर पर भारतीय सेना की 418 लाईट इंजीनियर का दल भी मौजूद रहा। पिछले दो दिनों से हो रही बर्फबार के बावजूद संगतों के मन की श्रृद्वा व उत्साह में किसी भी प्रकारी की कमी नही थी। गुरूद्वारा श्री हेमकुण्ड साहिब मैनेजमैंट ट्रस्ट द्वारा यात्रा को सुखमय ढंग से संपूर्ण सहयोग देकर सफल बनाने के लिए सभी संगतों, शासन-प्रशासन एवं स्थानीय लोगों का अभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया गया। हेमकुण्ड साहिब की यात्रा इस वर्ष 22 मई को प्रारंभ हुई थी। इस वर्ष 2.47 लाख श्रद्वालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराके श्री हेमकुण्ड यात्रा का सौभाग्य प्राप्त किया। इसके साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थल लक्षण मंदिर-लोकपाल के कपाट भी पूरे विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है।

Next Post

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन नरकोटा-खांकरा 2 किमी की मेन टनल आर-पार होने पर आरवीएनएल और मैक्स कंपनी के अधिकारियों ने मनाया जश्न - लक्ष्मण नेगी की रिपोर्ट

ऊखीमठ : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के नरकोटा-खांकरा 2 किमी की मेन टनल आर-पार हो चुकी है। आरवीएनएल और मैक्स कंपनी के अधिकारियों ने मेन टनल का फास्ट ब्रेक थ्रू किया, जिसके बाद अधिकारियों और कर्मचारियों ने मजदूरों के साथ टनल के भीतर जश्न मनाया। बता दें कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन […]

You May Like