ऊखीमठ। केदार घाटी सहित सम्पूर्ण क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश से आमजन जीवन अस्त – व्यस्त हो गया है! मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों का जल स्तर उफान में आने के कारण आपदा प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। क्षेत्र में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से आपदा प्रभावितों को भय सता रहा है कि आने वाले समय में यदि बारिश का क्रम इसी प्रकार रहा तो कहीं प्रकृति फिर से रौद्र रूप धारण न कर ले! निरन्तर मूसलाधार बारिश जारी रहने से ऊंचाई वाले इलाकों के तापमान में गिरावट महसूस की जा रही है जबकि रूद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे कई स्थानों पर कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है।
बता दे कि केदार घाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में विगत कई घन्टों से मूसलाधार बारिश जारी रहने से आमजन जीवन अस्त – व्यस्त हो गया है तथा मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों का जल स्तर उफान में आने के कारण नदियों के किनारे बसें ग्रामीणों सहित आपदा प्रभावितों की रातों की नींद हराम हो चुकी है। आपदा प्रभावितों को भय सता रहा है कि आने वाले समय में यदि बादलों के बरसने का सिलसिला जारी रहा तो प्रकृति रौद्र रूप धारण कर सकती है। केदार घाटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश होने से ऊंचाई वाले इलाकों के तापमान में गिरावट महसूस होने से भेड़ पालकों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। तुंगनाथ घाटी में भी मूसलाधार बारिश होने से उषाडा गाँव के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है गाँव के 80 परिवारों को भय सता रहा है कि यदि मूसलाधार बारिश से आकाशकामिनी नदी के तेज बहाव से यदि ताला तोक के निचले हिस्से में भूधसाव होने लगा तो ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ सकती है! मूसलाधार बारिश होने से ग्राम पंचायत मक्कू के राजस्व गाँव ढिलणा ग्वाड के आठ परिवार फिर से टैन्टों में रात्रि गुजारने को विवश हो गये हैं। जिला पंचायत सदस्य परकण्डी रीना बिष्ट ने बताया कि क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने से मन्दाकिनी सहित सहायक नदियों का जल स्तर उफान में आने से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। मदमहेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट् ने बताया कि क्षेत्र में विगत कई घन्टों से हो रही मूसलाधार बारिश से ऊंचाई वाले इलाकों के तापमान में भारी गिरावट महसूस होने से भेड़ पालकों की समस्याएं बढ़ती जा रही है।