जिले में विगत दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से नदी, नाले उफान पर हैं। भारी बारिश के चलते जिले में सड़क, विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन व्यवस्थाओं को सुचारू करने में जुटा है। शनिवार को तहसील चमोली में 142.4 एमएम, गैरसैंण में 125 एमएम, कर्णप्रयाग में 136.80 एमएम, पोखरी में 82 एमएम, जोशीमठ में 97.2 एमएम, थराली में 70.1 एमएम तथा घाट में 95 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई। जिले की प्रमुख नदियों में अलकनन्दा नदी का जल स्तर खतरे का निशान 957.42 मी0 के सापेक्ष 955.42 मी0, नन्दाकिनी नदी का जल स्तर खतरे का निशान 871.50 मी0 के सापेक्ष 868.70 मी0 तथा पिण्डर नदी का जल स्तर खतरे का निशान 773.00 मी0 के सापेक्ष 771.50 मी0 के लेवल पर बह रही हैं। हालांकि ये तीनों नदियां खतरे के निशान से नीचे हैं फिर भी जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर नदी किनारे बस्तियों को पहले से ही अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर रखा है।
जिले में लगातार बारिश के चलते कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग हरमनी, लोल्टी, मींग गधेरा, आमसौड व थराली तिराहा के पास भारी मलवा व वोल्डर आने से अवरूद्व हुआ था। आमसौड़ मार्ग खुल गया है। बीआरओ इस मार्ग सुचारू करने में जुटा है। जिला प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ की मदद से इस मार्ग पर फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाया जा रहा है। विगत रात्रि को यहां पर फंसे 20 यात्रियों को प्रशासन द्वारा नारायणबगड के अंजलि लाॅज में भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था कराई गई। शनिवार को भी प्रशासन ने फंसे यात्रियों को भोजन पानी एवं राहत सामग्री वितरित की।
कर्णप्रयाग-गैरसैंण मोटर मार्ग पर जंगल चट्टी व खेती के निकट गदेरे से भारी मलवा सड़क पर आने से मार्ग अवरूद्व हो गया था। जिस कारण यहां पर एक बारात फंस गई थी। प्रशासन ने विगत रात्रि को लगभग 1 बजे यहां पर बारात को जेसीबी में बैठाकर खेती से आदिबद्री की ओर क्राॅस करवाया।
बद्रीनाथ मोटर मार्ग क्षेत्रपाल, कोडिया, गुलाबकोटी, छिनका, कंचनगंगा, पागलनाला, रडांगबैंड, गोविन्दघाट, जोशीमठ काली मंदिर के निकट मलवा व वोल्डर आने से बाधित हुआ था। जिसे क्षेत्रपाल, कोडिया, गुलाबकोटी, छिनका, पागलनाला में मार्ग सुचारू कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त बारिश के चलते जिले में 84 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरूद्व हुए थे, जिनमें से 23 मोटर मार्ग यातायात के लिए सुचारू किए जा चुके हैं और शेष मार्गों को खोलने की कवायद जारी है।
नंदप्रयाग एवं कर्णप्रयाग के बीच 66 केवी विद्युल लाईन क्षतिग्रस्त होने से चमोली, घाट तथा जोशीमठ में बाधित विद्युत आपूर्ति को सुचारू कर दी गई है। वही बाधित पेयजल आपूर्ति को भी फिर से बहाल किया जा रहा है। भारी बारिश के चलते देवाल ब्लाक में पिण्डर नदी के बहाव के कारण लिगडी ऊणीबगड़ तोक में कुछ मकान खतरे की जद में आ गए हैं। वही रा.उ.मा.विद्यालय जैन बिष्ट के 4 शौचालय तथा एक प्रयोगशाला कक्ष बह जाने से विद्यालय को क्षति पहुॅची है। नारायणबगड ब्लाक के खैनोली गांव में भी कुछ गौशाला क्षतिग्रस्त हुई है।
तहसील स्तरों पर आईआरएस टीम व्यवस्थाओं को सुचारू करने में जुटी है। जिला प्रशासन ने किसी भी आपदा या दुर्घटना की स्थिति में सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र चमोली के दूरभाष 01372-251437, 1077, 7830839443, 7055753124, 9068187120 तथा 7579004644 नंबर जारी कर रखे है। समस्त जनपद वासियों को विशेष सर्तकता एवं सावधानी रखने की सलाह दी गई है।