ऊखीमठ : गुप्तकाशी – कालीमठ – चौमासी मोटर मार्ग पर लाखों रुपये की लागत से हुए डामरीकरण की जांच फाइलों में कैद रहने से जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है! स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जिला प्रशासन जानबूझकर कर दोषी अधिकारियों का पक्ष लेकर जांच करने से कतरा रहा है! प्रधान संगठन का कहना है कि यदि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो प्रधान संगठन को जिला व तहसील प्रशासन तथा लोक निर्माण विभाग के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पडे़गा, जिसकी जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी।
बता दें कि लोक निर्माण विभाग के गुप्तकाशी – कालीमठ – चौमासी मोटर मार्ग पर विगत वर्ष सितम्बर माह में लाखों रुपए की लागत से कविल्ठा – चौमासी के मध्य डामरीकरण किया गया था मगर मोटर मार्ग पर हुए डामरीकरण में गुणवत्ता न होने से डामरीकरण छह माह में ही उखडने में मोटर मार्ग जानलेवा बन गया है। छह माह की अवधि में डामरीकरण के उखड़ने की खबर समाचार पत्रों व सोशल मीडिया पर खूब प्रकाशित हुई, जिसका संज्ञान लेने हुए जिलाधिकारी मनुज गोयल ने फरवरी माह के अन्तिम सप्ताह में उपजिलाधिकारी ऊखीमठ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर एक सप्ताह के अन्तर्गत जांच रिर्पोट सौपने के निर्देश दिए थे मगर मार्च महीने के दूसरे सप्ताह गुजर जाने के बाद भी जांच रिपोर्ट का खुलासा न होने से जांच कमेटी व जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत, संरक्षक सन्दीप पुष्वाण, उपाध्यक्ष त्रिलोक रावत का कहना है कि यदि समय रहते दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच नहीं की गयी तो प्रधान संगठन को आन्दोलन के लिए बाध्य होना पडे़गा जिसकी जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी।