गोपेश्वर : चमोली जिले से सटा घुड़साल गांव में प्राचीन दक्षिण काली इंद्रामती का मंदिर स्थित है। घुडसाल गांव में सिद्धपीठ माँ इंद्रामती का मन्दिर हरिद्वार – बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से मात्र 5 कि.मी की दूरी पर है। मंदिर प्रांगण में प्रवेश करने मात्र से ही विशेष शक्ति की अनुभूति होती है ।भक्त जन माँ के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं। माँ के मन्दिर के दांई ओर भटप भैरव नाथ का मंदिर विराजमान है। भक्त जन भैरव नाथ के दर्शन कर अनेकों प्रकार की मनोकामना पूर्ण करते हैं।रिद्धि सिद्धी की दात्री माँ दक्षिण काली इंद्रामती के दर्शन कर आप सब भी कष्टों से पार पा कर सुखमय जीवन यापन कर पुण्य फल को प्राप्त करें, माँ सबके दुःखों को पार करती है।
चमोली जिले के दशोली ब्लॉक के घुड़साल गांव व क्षेत्र की आराध्या देवी माँ भगवती इंद्रामती को ग्राम सभा माँसों के द्वारा अपनी सीमा बंधन (उभेद ) और गॉव की खुशहाली के लिए माँ भगवती उत्सव डोली बाहर निकाली गई। मां इंद्रामती ने इस दौरान दर्जनों गांवों का भ्रमण कर अपने भक्तों की कुशलक्षेम पूछी और अपना आशीर्वाद दिया। मां इंद्रामती ने बाबा केदारनाथ धाम की भी यात्रा की। लगभग एक माह के भ्रमण के बाद माता आज अपने गर्भ गृह में विराजमान होगी। अपने यात्रा के दौरान जगह – जगह पर भक्तों के द्वारा माँ इंद्रामती का फूल – मालाओं तथा माँ के जयकारों से भव्य स्वागत किया गया। मां ने अपने भक्तों व मैत की ध्याणियों को अपना आशीर्वाद दिया।
जानकारी देते हुए 25 जुलाई को पंडित श्री विजय प्रसाद मैंठाणी, गणेश मैठाणी ने विधिवत पूजा अर्चना कर माँ की डोली गर्भ गृह से निकलने के बाद भक्तों की कुशल क्षेम पूछने के बाद आसपास के गॉव में घुड़साल, सैकोट, मांसों, मालधार, आमखेत बैडू, माता के पश्वा देवेंद्र सिंह पंवार ने अवतरित होकर सभी भक्तों को अपना आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही 70 – 80 से अधिक गॉव के भ्रमण के बाद माता की डोली विभिन्न मठ-मंदिर होते हुए केदारनाथ धाम के दर्शन करने के बाद आज पांच सितंबर को गर्भ गृह में विराजमान होगी। जिसको लेकर गांव में भव्य उत्सव मनाया जा रहा है। जिसमें आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों के साथ ध्याणियां और हजारों मां के भक्त आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं।