ऊखीमठ। जीआईसी भीरी का सात दिवसीय एन एस एस शिविर प्राथमिक विद्यालय भीरी में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हो गया है। सात दिवसीय शिविर में नौनिहालों ने नशा मुक्त उत्तराखण्ड, संस्कार युक्त उत्तराखण्ड के तहत विभिन्न गांवों में जन जागरुकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को जागरूक किया। सात दिवसीय शिविर के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए प्रधान भीरी हरिकृष्ण गोस्वामी ने कहा कि इस प्रकार के शिविरों में प्रतिभाग करने से नौनिहालों में अलग ऊर्जा का संचार होता है जिससे नौनिहालों में पठन – पाठन के साथ जन जागरूकता में रूचि बढ़ती है। महन्त अमृताननद ने कहा कि भारत देश हमेशा सस्कृति प्रधान रहा है इसलिए भारत देश को विश्व गुरु के नाम से जाना जाता है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि सात दिवसीय शिविर में प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जन जागरूकता अभियान चलाये गये! कार्यक्रम अधिकारी गंगा राम सकलानी ने बताया कि सात दिवसीय शिविर में नौनिहालों द्वारा नशा मुक्त उत्तराखण्ड, संसकार युक्त उत्तराखण्ड के तहत बष्टी, वरम्वाणी, डमार, डिमरिया, बासवाडा व भीरी सहित विभिन्न क्षेत्रों में जन जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को जागरूक किया गया। शिविर के समापन अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता एस एस भण्डारी द्वारा नौनिहालों को सम्मानित किया गया।इस मौके पर चण्डी प्रसाद चमोली, महिपाल सिंह भण्डारी, चन्दा देवी, सुशीला देवी, सरिता देवी, सुजान सिंह भण्डारी, बिक्रम सिंह फर्स्वाण, सचिन भण्डारी, गिरीश चन्द्र गोस्वामी, पूर्व प्रधान सिंह नेगी,, हेमन्त बिष्ट सहित कई नौनिहालों, अभिभावक व ग्रामीण मौजूद थे।