भू बैकुंठ धाम बदरीनाथ के बामणी गाँव में तीन दिवसीय पारंपरिक नन्दा अष्टमी उत्सव का आज विधि विधान से समापन हो गया है। बामणी गाँव स्थित नन्दा मन्दिर परिसर में नील कण्ठ पर्वत से दिव्य पुष्प ब्रह्म कमल आने के बाद उत्सव का माहौल बना हुआ था
विगत तीन दिनों से ग्रामीणों द्वारा माँ नन्दा के पौराणिक जागरों और दाँकुडी,झुमेलो,चाँचडी,के माध्यम से माँ नन्दा, कुबेर देवता,कैलाश घण्टा करण के साथ भगवान बदरी विशाल की स्तुति गाई गई। आज आखिरी दिन सभी अवतारी देव पश्वाओ ने अवतरित होकर पांडुकेश्वर बामणी गाँव के ग्रामीणों को शुभ फल आशीष दिया। इस मौके पर बामणी गाँव में देव भक्तो का तांता लगा रहा।