केदार घाटी से हरीश गुसाई व लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट!
मन्दाकिनी घाटी में सामाजिक सरोकारों के वट वृक्ष समाजसेवी स्व0 हरिदत्त बेंजवाल की 122 वीं जयन्ती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर उनकी स्मृति में दिया जाने वाला प्रतिष्ठित मन्दाकिनी सम्मान प्रकृति एवं पर्यावरण पर उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोकप्रिय शिक्षक नरेन्द्र दत्त सेमवाल को दिया गया। जबकि मन्दाकिनी युवा प्रतिभा सम्मान हाल ही में साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी कीलीमंजारों को फतह कर विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली साइकिलिस्ट प्रीति नेगी को दिया गया। स्व0 हरिदत्त बेंजवाल अउराइका अगस्त्यमुनि में हुए स्मृति कार्यक्रम में अतिथियों ने उन्हें शॉल औढ़ाकर सम्मान पत्र भेंट किया। सम्मानित होने पर नरेन्द्र दत्त सेमवाल ने कहा कि अपनी धरती पर सम्मानित होने का अलग ही अहसास होता है। और यह सम्मान हमें अपने घर के प्रति अपने कर्तव्यों का बोध कराता रहेगा। इससे पूर्व समारोह का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत की प्रतिनिधि नपं अध्यक्ष श्रीमती अरूणा बेंजवाल ने कहा कि मन्दाकिनी घाटी में शिक्षा और विकास की अलख जगाने वाले समाजसेवी हरिदत्त बेंजवाल के अथक प्रयास आज भी केदारघाटी के लिए मिसाल है। विशिष्ट अतिथि प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष विजयपाल राणा ने कहा कि मातृभूमि की सेवा करने वाले विरले ही होते है ऐसे महापुरूष न केवल अपनी माटी को धन्य करते है बल्कि पूरे समाज और क्षेत्र को भी अपने कार्यो से सुखी संपन्न बनाते है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अउराइका के प्रधानाचार्य हरेन्द्र बिष्ट ने कहा कि जुझारू, संघर्षमय, प्रगतिशील समाजसेवी हरिदत्त बेंजवाल द्वारा स्थापित इस विद्यालय की प्रतिष्ठा को बनाये रखने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जायेगा। सामाजिक कार्यकर्ता अनूप सेमवाल ने स्व0 हरिदत्त बेंजवाल की स्मृतियों को याद करते हुए उनके पद्चिह्नों पर चलने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्मृति समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार हरीश गुसाईं ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुए समाजसेवी हरिदत्त बेंजवाल की जीवनी पर प्रकाश डाला और कहा कि आज अगस्त्यमुनि में जो कुछ भी है वह समाजसेवी हरिदत्त बेंजवाल की ही देन है। उन्होंने न केवल स्कूल बल्कि अस्पताल, विकास खण्ड एवं केदारनाथ रोड के लिए संघर्ष किया और सफलता पाई। उत्तराखण्ड आन्दोलन में 94 वर्ष की उम्र में उन्होंने आमरण अनशन तक किया। स्व0 हरिदत्त बेंजवाल के पुत्र एवं स्मृति समिति के कोषाध्यक्ष हर्षवर्धन बेंजवाल ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ट रंगकर्मी गिरीश बेंजवाल ने किया। इससे पूर्व अतिथियों द्वारा स्व0 बेंजवाल की मूर्ति एवं चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया तथा सेवा निवृत शिक्षक नरेन्द्र दत्त सेमवाल को मन्दाकिनी सम्मान तथा पर्वतारोही प्रीति नेगी को मन्दाकिनी युवा प्रतिभा सम्मान दिया गया। प्रीति नेगी की अनुपस्थिति में यह सम्मान उनकी माताजी ने ग्रहण किया। कार्यक्रम में अउराइका अगस्त्यमुनि के छात्र छात्राओं ने सरस्वती वन्दना, स्वागत गीत एवं गढ़वाली लोकगीत की शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर पूर्व प्रमुख विनोद चन्द्रा, ममंद अध्यक्ष सर्वेश्वरी गुसाईं, विक्रम नेगी, धीर सिंह नेगी, पूर्व प्रधान बलबीर लाल, सुमन जमलोकी, दीपा देवी, माधुरी नेगी, कुसुम भट्ट, रजनी शर्मा, चन्द्र सिंह नेगी, सुधीर बर्त्वाल, हेमन्त चौकियाल, माधव सिंह नेगी, रवीन्द्र पंवार, बीएस पंवार, स्व0 हरिदत्त बेंजवाल की पुत्री मंजू नौटियाल, पुत्रवधू देवकी बेंजवाल, पारिवारिक सदस्य एवं बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।