अच्छी पहल : रूद्रा हिवाल ग्रुप द्वारा पर्यटन स्थल तुंगनाथ घाटी में चलाया गया स्वच्छता अभियान – लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ

Team PahadRaftar

ऊखीमठ। रूद्रा हिवाल ग्रुप द्वारा तुंगनाथ घाटी के चोपता, तुंगनाथ, चन्द्र शिला सहित विभिन्न यात्रा पड़ावों पर स्वच्छता अभियान चलाकर लगभग दो कुन्तल प्लास्टिक एकत्रित कर वन विभाग के सुपुर्द किया गया तथा आने वाले दिनों में ग्रुप द्वारा क्षेत्र अन्य तीर्थ, पर्यटन स्थलों तथा सुरम्य मखमली बुग्यालों में स्वच्छता अभियान चलाने के साथ ही हर गाँव में पौराणिक परम्पराओं को जीवित रखने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाये जायेगें।

जानकारी देते हुए रूद्रा हिवाल ग्रुप के समन्यवक रिषभ मैठाणी ने बताया कि शनिवार को ग्रुप से जुड़े लगभग 32 युवाओं द्वारा तुंगनाथ घाटी के चोपता, तुंगनाथ धाम , चन्द्र शिला सहित विभिन्न यात्रा पड़ावों पर स्वच्छता अभियान चलाकर लगभग दो कुन्तल प्लास्टिक एकत्रित कर वन विभाग के सुपुर्द किया गया है। उन्होंने बताया कि तुंगनाथ घाटी आने वाले सैलानियों से आग्रह किया गया है कि प्लास्टिक धरती की सुन्दरता पर अभिशाप है इसलिए प्रयोग के बाद प्लास्टिक को सुरक्षित स्थानों पर डालना चाहिए। प्रियांशु रावत ने बताया कि सैलानियों व तीर्थ यात्री तुंगनाथ घाटी आकर प्लास्टिक को प्रयोग के बाद जगह – जगह फेक देते हैं जिससे पर्यावरण को खासा नुकसान हो रहा है।

अभिषेक पंवार ने बताया कि रूद्रा हिवाल ग्रुप के द्वारा आने वाले समय में क्षेत्र के विभिन्न घाटियों के तीर्थ, पर्यटक स्थलों व मखमली बुग्यालों में स्वच्छता अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लिया जायेगा तथा देवभूमि उत्तराखण्ड के कण – कण को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए ग्रामीणों, व्यापारियों, तीर्थ यात्रियों व सैलानियों को जागरूक किया जायेगा। भूपेन्द्र पंवार ने बताया कि सुरम्य मखमली बुग्यालों में मानवीय हस्तक्षेप व प्लास्टिक के प्रयोग से बुग्यालों में उगने वाले मखमली घास खासी प्रभावित हो रही है इसलिए बुग्यालों का संरक्षण व संवर्धन अनिवार्य है। आशीष चौहान ने बताया कि रूद्रा हिवाल ग्रुप द्वारा आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों में पौराणिक जागरो के गायन के साथ देवभूमि उत्तराखण्ड की पौराणिक विरासतों को बचाने की सामूहिक पहल की जायेगी। इस मौके पर पंकज पंवार, राहुल राणा, मुकेश नेगी, अजय राणा, उमेश नौटियाल, गगन जोशी, उत्तम सेमवाल, अमित बिष्ट, विपिन जिरवाण,गिरीश चौहान सहित मक्कू, गौण्डार, रासी, ऊखीमठ, बरंगाली, चन्द्रापुरी, तलसारी,गोपेश्वर, देवर, रायडी़, पोखरी, नारायण कोटी सहित विभिन्न क्षेत्रों के 32 युवा मौजूद रहे।

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