अपने निज धाम में विराजमान हुए भगवान भविष्य बदरी
संजय कुँवर शुभाई (जोशीमठ)
श्री बदरीनाथ धाम के श्री कपाट खुलने के ही देव मुहूर्त प्रात: 4:15 पर आज पंच बदरी मे एक प्रमुख बद्री भगवान भविष्य बदरी धाम के कपाट भी ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गए है, बेदिक परंपरा के तहत समुद्र तल से 9000फीट की ऊँचाई पर शुभाई गाँव में स्थित भगवान भविष्य मंदिर के कपाट भगवान बदरी विशाल के कपाट के साथ खोले और बन्द किये जाते है,
कोविद् काल के चलते इस गाँव के मंदिर की परंपरा से जुड़े हक हकूक धारी ही मंदिर परिसर में पहुँचे कोरोना काल के चलते सादगी के साथ सीमित संख्या में ग्रामीणों के मध्य जहाँ मुख्य पुजारी पंडित सुशील डिमरी की अगवाई मे भगवान भविष्य वदरी मंदिर के कपाट खोले गए,और भगवान का अभिषेक कर भोग लगाया,इस अवसर पर गाँव के लोगो द्वारा भगवान विष्णु को भोज पत्र की माला और जौ की बाली भेंट की गई ,सुभाई गाँव के स्थानीय निवासी और युवा समाजसेवी जयदीप खंडेवाल और सौरभ सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया की भगवान भविष्य बदरी विष्णु से ग्रामीणों ने खुशहाली के साथ कोरोना महामारी से निजात दिलाने की मन्नत माँगी है,बता दें की इस धाम की पोराणिक मान्यता है की जब जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में जिस दिन भगवान नरसिंह की शालिगराम मूर्ती की बाँयी भुजा टूट कर अलग हो जायेगी तब विष्णु प्रयाग के पास पटमिला जय विजय पर्वत आपस में मिल जायेंगे और तब भगवान नारायण भविष्य बदरी में दर्शन देंगे,