
केएस असवाल
गौचर : तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर भले ही सरकार अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन हकीकत तो है कि विभागों की घोर लापरवाही के चलते तीन साल पहले जिन समस्याओं से जनता जूझ रही थी उनके विद्यमान रहने से लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जनपद चमोली की हृदय स्थली माने जाने वाले गौचर क्षेत्र के लोगों ने हवाई पट्टी,रेल लाइन के लिए हजारों नाली भूमि देकर विकास में सरकार का सहयोग किया है। लेकिन ताजुब तो इस बात का है कि आज भी क्षेत्रवासी पेयजल, सिंचाई , बंदरों, लंगूरों की समस्या तो झेल ही रहे हैं। ऊपर से हवाई पट्टी से 50 मीटर तथा रेलवे लाइन से 400 मीटर पर किसी भी प्रकार के खरीद फरोख्त व निर्माण पर प्रतिबंध लगाने, जबरन जिला विकास प्राधिकरण थोपकर लोगों के कटे में नमक छिड़कने का कार्य किया गया है। सिंचाई व्यवस्था के लिए नहरों का जिम्मा सिंचाई विभाग तथा सिंचाई लिफ्ट पंप योजना का जिम्मा लघु ढाल विभाग के पास है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। इसका नतीजा यह है कि काश्तकारों की फसल सिंचाई के अभाव में पकने से पहले ही मुरझाने लगी है। यही हाल पेयजल का भी है। पेयजल के लिए प्राकृतिक जल श्रोतों के अलावा करोड़ों रुपए की लागत से पेयजल लिफ्ट योजना का भी निर्माण किया गया है लेकिन विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते क्षेत्र में पेयजल संकट गहराना आम बात हो गई है।
बची खुची कसर बंदरों, लंगूरों ने पूरी कर दी है। इन समस्याओं के विद्धमान रहने से लोगों को कहीं से भी नहीं लग रहा कि उन्होंने विकास योजनाओं के लिए अपनी बेशकीमती जमीन देकर सरकार का सहयोग किया है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, पालिकाध्यक्ष संदीप नेगी का कहना है कि भाजपा शासनकाल में गौचर क्षेत्र की सबसे ज्यादा उपेक्षा हुई है। सरकार आज तीन साल पूरा होने का जश्न मना रही है तीन साल ही क्यों आठ साल का जश्न मनाया जाना चाहिए लेकिन यह भी देखा जाना चाहिए कि जनता जिन समस्याओं से जूझ रही है क्या उनका समाधान हो गया है।