केएस असवाल
गौचर : मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या पैनखंडा क्षेत्र के सलूड डुंग्रा यूनेस्को विश्व धरोहर रम्माण व विकास भारद्वाज के नाम रही। उन्होंने अपने कार्यक्रमों के माध्यम से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
गौचर मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में पहली प्रस्तुति पैनखंखा क्षेत्र के सलूड़ डुंग्रा के यूनिस्को विश्व धरोहर रम्माण की टीम ने संरक्षक एवं संयोजक डा कुशल सिंह भंडारी के नेतृत्व में पांच झलकियां प्रस्तुत कर दर्शक दीर्घा को भक्ति रस में डूबो दिया। कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति बुढ़देवा, राणी राधिका नृत्य, दूसरा म्वर म्वरीण नृत्य,तीसरा बणियां बणियांण नृत्य,चौथा राम लक्षमण हनुमान नृत्य तथा पांचवां माल व कुरजोगी आदि की प्रस्तुतियों से शमा बांधा। डॉ कुशल सिंह भंडारी ने कहा कि इ नृत्य में 12 झलकियां दिखाई जाती हैं लेकिन समय अभाव के कारण पांच ही झलकियां दिखाई गई हैं। इसके पश्चात विकास भारद्वाज ने डीजे पर आधारित कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। उन्होंने दमादम मस्त कलंदर, में तेरे प्यार में दीवाना,मोमन तेरी मुरली बजी,सात समंदर पार,फ्वां बाघ रे के अलावा चैत की चैत्वाली आदि गानों से दर्शकों का मनोरंजन किया। इससे पूर्व बद्री विशाल सांस्कृतिक क्लव जोशीमठ,धन लोक कला मंच कोट माईथान गैरसैंण, मां राजराजेश्वरी कुमेटी कला संगम उत्तरकाशी ने भी दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इन कार्यक्रमों का संचालन अर्जुन नेगी व हर्षवर्धन थपलियाल ने किया। इस अवसर पर पर्यटन अधिकारी बृजेश पांडेय, क्रीड़ा अधिकारी ग्रीस कुमार, तहसीलदार सुश्री सुधा डोभाल आदि कई गणमान्य लोगों ने देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आंनद लिया।