केएस असवाल
गौचर : प्रताप नगर के विधायक व कांग्रेस अनुसासन समिति के अध्यक्ष विक्रम सिंह नेगी ने गैरसैंण विधानसभा सत्र को सरकारी धन का दुरुपयोग करार देते हुए कहा कि सरकार ने विपक्षी नेताओं को आपदा पर चर्चा का मौका न देकर पहाड़ विरोधी होने की मनसा जाहिर कर दी है।
शुक्रवार को गैरसैण विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद देर शाम गौचर पहुंचे विक्रम नेगी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गैरसैंण को शरदकालीन राजधानी का तमगा पहनाने वाली भाजपा मानसून सत्र आयोजित करा रही है इससे सरकार की मनसा को समझा जा सकता है। उनका कहना था कि वर्तमान में पूरा पहाड़ी क्षेत्र आपदा से कराह रहा है। और सरकार ने आपदा पर चर्चा का मौका न देकर पहाड़ विरोधी होने की मनसा जाहिर कर दी है। उन्होंने कहा कि ताजुब तो इस बात का है कि नेता प्रतिपक्ष जिसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं होती है उनको तक बोलने का मौका नहीं दिया गया है। उनका कहना था कि खेतों के मलवे में दबने पर एक एकड़ का मुआवजा 8500 निर्धारित किया गया है जो एक नाली पर 85 रूपए बैठता है। कांग्रेस ने केदारनाथ आपदा के समय मानको में फेरबदल कर प्रभावितों को पूरा मुआवजा दिया लेकिन भाजपा ने कांग्रेस के मानको को रद्दी की टोकरी में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लगातार महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाओं के साथ भी चोरी, मारपीट की घटनाएं घटित हो रही हैं उससे कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतरी हुई प्रतीत हो रही है। आपदा से वर्तमान में पहाड़ी क्षेत्रों में रास्ते, सिंचाई नहरों के क्षतिग्रस्त होने के साथ ही लोगों के मकान जमींदोज हो गए हैं। सरकार एक ही मकान में रह रहे सभी भाईयों को एक इकाई मानकर मुआवजा दे रही है। जबकि बाप के मृत्यु हो जाने पर सभी भाइयों को पृथक माना जाना चाहिए था। उनका कहना था विपक्ष नियम 310 में आपदा पर चर्चा कराने की मांग करता रहा लेकिन ऐसा न करके सरकार का पहाड़ विरोधी चेहरा सामने आ गया है। इस अवसर सुनील पंवार,अजय किशोर भंडारी, अर्जुन नेगी, पंकज नेगी, लक्ष्मण पटवाल हरीश नयाल आदि लोग भी मौजूद रहे।