गौचर : शिक्षिका पुष्पा बिष्ट ने अपने सैलरी से छात्रों को खाने के लिए की डाइनिंग टेबल की व्यवस्था, गरीब छात्रों की भी करती है मदद

Team PahadRaftar

गौचर : कबीर दास जी ने गुरू की महत्ता को बताते हुए गुरु को गोविंद से श्रेष्ठ माना है, क्योंकि कि गुरु ही हमें भगवान तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। ऐसे ही एक शिक्षिका पुष्पा बिष्ट ने भी अपने शैक्षणिक कार्य से साबित किया है कि सच में गुरु भगवान से बड़ा होता है। उन्होंने अपने विद्यालय में अच्छी शैक्षणिक वातावरण के साथ गरीब छात्रों की मदद के लिए भी हमेशा हाथ आगे बढ़ाया है, अभी जिस विद्यालय में हैं वहां छात्रों को खाना खाने के लिए अपनी सैलरी से ही डाइनिंग टेबल की व्यस्था की है। उनके कार्यों की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

Oplus_0

पुष्पा बिष्ट का सेवाकाल 1985 से प्रारंभ हुआ और आज 40 वर्षों का शैक्षणिक सेवाकाल उत्कृष्ट रहा। उन्होंने हमेशा छात्रों के भविष्य के लिए अपना जीवन समर्पित किया। जिसका परिणाम है कि उनके छात्र आज अच्छे पदों पर सेवारत हैं। उन्होंने बताया कि खुशी होती है कि जब हमारे छात्र अच्छे पदों पर कार्यरत होते हैं। गुरु के लिए अपने छात्र के अच्छे भविष्य में बड़ा पुरस्कार कुछ नहीं होता है।

श्रीमती पुष्पा बिष्ट स०अ०रा०इ० का० सिदोली का शैक्षणिक सेवाकाल का योगदान बहुत ही उत्कृष्ट रहा है। 2001 की जनगणना में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए इन्हें 2004 में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया। 2004 में ही उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग द्वारा भी इन्हें सम्मानित किया गया था। इन्होंने हमेशा शैक्षिक गुणवत्ता संवर्द्धन के साथ-साथ – साथ छात्र हित में कार्य किया है। वर्तमान में अपने विद्यालय राइका सिदोली मेंं इन्होंने 32 छात्रों को एमडीएम खाना खाने हेतु स्वयं के व्यय से डाइनिंग डेबल्स व बैंच बनवाये गये हैं. साथ ही विद्यालय में एक बड़ी अलमारी पुस्तकालय हेतु सप्रेम भेंट प्रदान की है। विद्यालय में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को भी आवश्यकता अनुसार ये मदद करती हैं। विद्यालई गतिविधियों, शिक्षक प्रशिक्षणों में मास्टर ट्रेनर एवं शिक्षण सहायक सामग्री प्रदर्शन व निर्माण में भी इनका प्रथम स्थान एवं उत्कृष्ट कार्य रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संस्कृत प्रतियोगिता व स्थानीय स्तर के सभी कार्यक्रमों में व्यक्तिगत प्रयास से बच्चों को प्रतिभाग कराती हैं तथा बच्चे उत्कृष्ट प्रदर्शन कर स्थान प्राप्त करते हैं।

विद्यालय व छात्र हित के लिए ये सदैव जनसहभागिता हेतु जनसहयोग में अग्रणी भूमिका में रहती हैं। वर्ष 1985 से सेवाकाल प्रारम्भ कर लगभग 40 वर्षों की सेवा उपरांत नवम्बर 2024 में अधिवर्षता आयु के पश्चात सेवानिवृत्त हो रही हैं। राजकीय इण्टर कालेज सिदोली के विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष  विक्रम सिंह चौधरी, अभिभावकों, विद्यालय प्रधानाचार्य आरएस भण्डारी व समस्त विद्यालय परिवार द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका श्रीमती पुष्पा बिष्ट के सराहनीय योगदान की भूरी – भूरी प्रशंसा की गई।

Next Post

जोशीमठ : उर्गमघाटी में मां गौरा पहुंची मायके, मैतियों ने किया भव्य स्वागत

हिमालय वासियों की बेटी धियांण गौरा मायके पहुंची, मैतियों ने किया भव्य स्वागत रघुबीर नेगी  जोशीमठ : भल्ला वंशजों की कुलदेवी धियांण भगवती गौरा देर शाम 7.30 पर मायके पहुंची। 06 सितंबर को रोखनी बुग्याल में जागरों के द्वारा जात कर भगवती गौरा को मायके के लिए आवाह्न किया गया […]

You May Like