
गणित में सीमा नौटियाल और भाषा में श्वेता रावत के मॉडल रहे अव्वल
केएस असवाल
गौचर : अधिगम शिक्षण सामग्री और सूचना शिक्षा संचार सामग्री विकसित करने हेतु जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चमोली( गौचर) में 10 से 11 मार्च को किया गया।
कार्यक्रम के समन्वयक गोपाल प्रसाद कपरूवाण ने बताया कि एक तस्वीर हजारों शब्दों को बयान कर देती है और एक कार्यशील अधिगम शिक्षण सामग्री बच्चे के मस्तिष्क में कई चित्र जोड़ती है। प्रारंभिक कक्षाओं में लक्षित शिक्षण के लिए कुछ ठोस सामग्री की आवश्यकता होती है।
3 से 9 वर्ष आयु वर्ग वह उम्र है जब बच्चे के मस्तिष्क में तंत्रिका कनेक्शन तेजी से विकसित होते हैं। इस उम्र में बच्चे जितने अधिक संवेदी अंगों का उपयोग करते है, उनके दिमाग में तांत्रिकाओं के उतने ही अधिक कनेक्शन विकसित होते हैं व सीखना काफी हद तक स्थायी होता है।
राजकीय प्राथमिक विद्यालयों के विकास खंडों से चयनित समर्पित शिक्षकों ने अधिगम शिक्षण सामग्री के विकास के दौरान बेहतरीन प्रयास किए। विकसित की गई अधिकांश सामग्री बहु-विषयक और बहु-शिक्षण परिणामों पर आधारित थी और शिक्षकों ने उन्हें बहुत प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया।
आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करने के लिए निपुण भारत मिशन के अंतर्गत अधिगम शिक्षण सामग्री और सूचना शिक्षा संचार कार्यशाला में प्रतिभागियों ने अधिगम शिक्षण सामग्री का प्रस्तुतीकरण भी किया।
जनपद चमोली के विभिन्न विकासखण्डों से 23 प्रतिभागियों ने गणित में तथा 24 प्रतिभागियों ने हिन्दी भाषा (कुल 47) में अधिगम शिक्षण सामग्री का विकास एवं निर्माण कर प्रस्तुतीकरण किया।
डायट स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पांच अधिगम शिक्षण सामग्री गणित में सीमा नौटियाल राजकीय प्राथमिक विद्यालय निजमूला, दशोली, किरन सैंजवाल राजकीय प्राथमिक विद्यालय घनियाल थराली, बबीता नेगी , राजकीय प्राथमिक विद्यालय घतोडा कर्णप्रयाग, विनीता राजकीय प्राथमिक विद्यालय कर्णप्रयाग, तथा विनोद सिंह रौतेला राजकीय प्राथमिक विद्यालय चौण्डी पोखरी के मॉडल चयनित किए गए।
हिंदी भाषा में श्वेता रावत राजकीय आदर्श प्राथमिक नैनीसैंण कर्णप्रयाग, पूनम दानू पूण्डीर राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुडम स्टेट थराली, रजनी नेगी पीएमश्री राजकीय प्राथमिक विद्यालय कल्याड़ी, अलका शाह राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय गौचर कर्णप्रयाग तथा बीना वशिष्ठ राजकीय प्राथमिक विद्यालय खाल,पोखरी के मॉडल चयनित हुए ।यह सभी प्रतिभागी राज्य स्तर पर जनपद का प्रतिनिधित्व करेंगे
डायट के वरिष्ठ संकाय सदस्य रविंद्र सिंह बर्त्वाल, योगेंद्र सिंह बर्त्वाल, सुबोध डिमरी व प्रधानाध्यापक राजकीय प्राथमिक विद्यालय रिठोली श्रीमती पानू चौहान ने मूल्यांकन प्रक्रिया में निर्णायक की भूमिका निभाई ।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चमोली के प्रभारी प्राचार्य राजेंद्र प्रसाद मैखुरी द्वारा सभी प्रतिभागियों के प्रयासों को साधुवाद दिया गया व उन्होंने सभी को अपने द्वारा बनाये गयी अधिगम शिक्षण सामग्री का लाभ अपने संकुल, विकासखंड व जनपद के सभी विद्यालयों तक पहुँचाने के लिये भी प्रेरित किया साथ ही राज्य स्तर में प्रतिभाग हेतु शुभकामनायें दी।कार्यक्रम का समन्वयन व संचालन एफएलएन समन्वयक गोपाल कपरुवान द्वारा किया गया।