गौचर मेले के सफल आयोजन को लेकर समितियों का हुआ पुर्नगठन
केएस असवाल
गौचर : 72 वां राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेले की तैयारियां जोरों पर है। गौचर मेले के सफल आयोजन हेतु पूर्व में गठित समितियों में परिवर्तन और पुनर्गठन हेतु सोमवार को मेलाधिकारी/उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय की अध्यक्षता में गौचर नगर पालिका सभागार में बैठक हुई। जिसमें विभिन्न समितियों में आवश्यक संशोधन किया गया। बैठक में कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, ब्लाक प्रमुख चन्द्रेश्वरी देवी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अंजू बिष्ट एवं अन्य जनप्रतिनिधि व विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल ने कहा कि कहा कि गौचर मेला हमारी परम्पराओं से जुड़ा मेला है। हमारी संस्कृति एवं परम्परों को ध्यान में रखते हुए मेले को भव्यता प्रदान की जाएगी। सबके सहयोग और जनभावना के अनुरूप मेले का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले में स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका दिया जाए। ताकि उनका मनोबल बढ़ सके।
मेलाधिकारी व उप जिलाधिकारी ने कहा कि मेले के भव्य आयोजन को लेकर कोई भी व्यक्ति अपना महत्वपूर्ण सुझाव देना चाहता है तो अभी भी तहसील कर्णप्रयाग में दे सकते हैं। कहा कि सबके सुझावों को शामिल करके ही मेले को सफल बनाया जाएगा। उप जिलाधिकारी ने कहा कि मेले के आयोजन को लेकर जो भी सुझाव मिले है, उन पर अमल करते हुए यहां की संस्कृति एवं परम्परा को एक धरोहर के रूप में संरक्षित करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने गौचर मेला समिति से जुड़े सभी पदाधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने की बात कही।
इस अवसर पर बैठक में उपस्थित कर्णप्रयाग तहसीलदार सुश्री सुधा डोभाल, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख चन्द्रेश्वरी देवी, गौचर पूर्व पालिका अध्यक्ष श्रीमती अन्जु बिष्ट, अधिशासी अभियन्ता ज्योति प्रसाद उनियाल, पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियन्ता सुनील कुमार, व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल, अजय किशोर भंडारी, विजय प्रसाद डिमरी, प्रकाश शैली, अनिल नेगी, सुरेन्द्र सिंह कनवासी, सुरेन्द्र सिंह नेगी, डायट प्राचार्य आकाश सारस्वत, राजकीय इंटर कालेज के प्राचार्य कुशल सिंह भंडारी, पवित्रा बिष्ट, काजोल भंडारी, लीला रावत, मनोज नेगी, सुनील पुजारी आदि लोग मौजूद रहे। जबकि मंच का संचालन हर्षवर्धन थपलियाल ने किया।
बैठक में गौचर मेले के सफल आयोजन हेतु स्वागत समिति, शांति व्यवस्था समिति, सांस्कृतिक समिति, प्रचार प्रसार, उद्योग, कला एवं विकास प्रदर्शनी, खेल-कूद, जन स्वास्थ्य, सफाई, विद्युत, पेयजल, यातायात, दूरसंचार, टेंट, पंडाल, मंच, वित्त एवं आडिट, पुरस्कार निर्धारण, महिला सशक्तिकरण, गोष्ठी निर्धारण, पत्रिका प्रकाशन एवं विज्ञापन आदि समितियों में आवश्यक परिवर्तन करते हुए पुनर्गठित किया गया। बैठक में मेले की व्यवस्थाओं से संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।