लोकपर्व हरेला पर आइटीबीपी गौचर के हिमवीरों ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
केएस असवाल
गौचर : विरेन्द्र सिंह रावत, सेनानी, 8वीं वाहिनी, आईटीबीपी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में पर्यावरण संरक्षण के रूप में उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध त्यौहार ‘लोकपर्व हरेला’ पर आईटीबीपी के कैम्प परिसर में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया गया। उक्त अवसर पर कैंप परिसर के बड़े भू-खण्ड पर लगभग 200 पेड़ लगाए गए।
वृक्षारोपण के उपरान्त उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विरेन्द्र सिंह रावत सेनानी के द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं हिमवीरों को संबोधित करते हुए बताया गया कि पर्यावरण का हम सभी के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है, पर्यावरण के बिना मानव का भविष्य सुरक्षित नहीं रह सकता है।
पर्यावरण से ही हमारा अस्तित्व है अर्थात पर्यावरण से ही हम बने है ना कि हमसे पर्यावरण बना है। लेकिन बड़ी ही विडंबना की बात है कि आज मानव स्वयं तक ही सीमित रह गया है, आज आधुनिक युग में मानव दिन दोगुनी व रात चौगुनी रफ्तार से जीवन में प्रगति कर रहा है लेकिन मानव तनिक भी पर्यावरण की चिंता नहीं कर रहा है अर्थात आज हर वैश्विक मानव आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। आज इसी स्वार्थपरता के चलते ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है जो कि विश्व समुदाय के लिए बड़ा ही चिंता का विषय है। आज मानव व विज्ञान की प्रगति आसमान को छू रही है परन्तु इसी रफ्तार से पर्यावरण को क्षति भी पहुँच रही है। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा वर्ष 2021 में संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में ग्लासगो में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन COP26 में वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुए आह्वाहन किया गया था कि हमें वैश्विक स्तर पर यह प्रण करना होगा कि हमें सामुदायिक तौर पर हमें पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली (Life Style for Environment) का निर्माण करना होगा ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें। हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है कि उत्तराखण्ड का यह त्यौहार हरेला पर्व प्रत्येक उत्तराखण्ड के निवासी की पर्यावरण के प्रति जीवन शैली का प्रतिबिंब है जिसमें आप सभी शामिल हैं। हमारा यह त्यौहार विश्व समुदाय के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है। अंत में आप सभी को ‘लोकपर्व हरेला’ की बहुत-बहुत हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।