गौचर : रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों व पुरस्कार वितरण के साथ जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर में राज्य स्तरीय मिशन शिक्षण संवाद पर आधारित गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम अध्यक्ष जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य आकाश सारस्वत की अध्यक्षता में डाइट गौचर के सभागार में आयोजित राज्यस्तरीय मिशन शिक्षण संवाद गोष्ठी में राज्य के तेरह जनपदों के बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के सहायक प्रोफेसर थियेटर डा. डीआर पुरोहित ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से जहां गुणवत्ता शिक्षा को प्रोत्साहन मिलता है वहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों व छात्र – छात्राओं का मनोवल भी बढ़ता है। डाइट के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने कहा शिक्षकों की इस पहल की जितनी तारीफ की जाय कम है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए हेमंत चौकियाल ने कहा कि मिशन शिक्षण संवाद शिक्षकों का एक गैर राजनीतिक संगठन है। मिशन शिक्षण संवाद शिक्षा के उन्नयन के लिए समय समय पर गढ़वाल व कुमाऊं में इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन कर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों व छात्र – छात्राओं को पुरस्कृत करने का कार्य कर उनकी हौसला अफजाई का काम करता है।
इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों व विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल स्थान पाने वाले छात्र – छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इससे पूर्व आदर्श विद्यालय नैनीसैंण, कन्या जूनियर हाईस्कूल वौंला व डाइट गौचर में प्रशिक्षणरत डीएलएड के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से कार्यक्रम पर चार चांद लगाने का काम किया। नैनीसैण के छात्र- छात्राओं का पांडव नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा।
इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों व छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। हेमंत चौकियाल व श्वेता रावत के संचालन में हुए इस कार्यक्रम में चमोली के मुख्य शिक्षा अधिकारी कुलदीप गैरोला, रुद्रप्रयाग के प्रमेंद्र कुमार बिष्ट, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक चमोली धर्म सिंह रावत,खंड शिक्षा अधिकारी कर्णप्रयाग विनोद सिंह मटूड़ा, कुमाऊं मंडल प्रभारी संतोष जोशी, गढ़वाल मंडल प्रभारी माधव सिंह नेगी,के अलावा चंपावत केआर सी जोशी, पौड़ी की रीता सेमवाल, रूद्रप्रयाग के कमल सिंह बिष्ट, टिहरी की माला मंगल, अल्मोड़ा की सुमन बिष्ट, नैनीताल की भावना पांडेय व सुनीता मठनाग, उधम सिंह नगर के जीवन सिंह, उत्तरकाशी की वत्सला बिष्ट, देहरादून के विजय शर्मा, पिथौरागढ़ के गिरीश चंद्र पाठक,के अलावा बीना मैठाणी,सरोज डिमरी के अलावा बढ़ी संख्या में अध्यापक अध्यापिकाओं ने विचार व्यक्त किए।