केएस असवाल
गौचर
पिछले दो दिनों से से धनपुर रेंज के जंगलों में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है। हालांकि वन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने का प्रयास तो कर रहे हैं लेकिन बेकाबू हो रही आग के आगे उनके प्रयास बौने साबित हो रहे हैं।
पिछले दिनों ककोड़ाखाल,सारी,सूगी करछुना,क्वीठीं कांडा,कमेड़ा के जंगलों आग का धुवां अभी थमा भी नहीं था कि शनिवार से धनपुर रेंज के जंगलों में लगी आग ने दुवा, कांडा,सिंरवाणी,पाडुली,के साथ ही बांसकोट आदि क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया है। जंगलों में लगी आग से गौचर सिदोली, गौचर दुवा कांडा मोटर मार्ग पर गिर रहे पत्थरों से वाहनों को खतरा बना हुआ है।सिदोली क्षेत्र के मछखोला भंगणा निवासी विश्राम सिंह बिष्ट का कहना है कि आग से अब तक बढ़े पैमाने पर वन संपदा को नुक़सान पहुंच गया है। क्षेत्र में धुआं ही धुआं फैलने से लोगों की खासकर बढे बुजुर्गों की परेशानियां बढ़ गई है। कई क्षेत्रों में आग के घरों की देहरी तक पहुंचने से गांववासी भय के साए में जीने को मजबूर हैं। हालांकि वन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पाने का प्रयास तो कर रहे हैं लेकिन इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं कि एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में जाने लिए वाहन से भी मीलों चक्कर काटना पड़ेगा। दूसरा चट्टानी इलाका होने की वजह से वन कर्मियों के सामने मूक दर्शक बने रहने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं रह जाता है। धनपुर रेंज की वन क्षेत्राधिकारी शिवांगी डिमरी का कहना है कि आग बुझाने के लिए दस वनकर्मी अथक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन आग बेकाबू होती जा रही है।