केएस असवाल
गैरसैंण/ चमोली : जम्मू कश्मीर के राजोरी सेक्टर में तैनात चमोली जिले के जांबाज सैनिक लांस नायक रूचिन रावत का अंतिम संस्कार रविवार को पूरे सैन्य समान के साथ उनके पैतृक घाट में किया गया। बलिदानी सैनिक का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कुनीगाड़ पहुॅचने पर पूरे इलाके में मातम छाया रहा।
कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, उप जिलाधिकारी कमलेश मेहता, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल भाष्कर बनर्जी (से.नि), सुबेदार मेजर कलम सिंह झिंक्वाण (से.नि), सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, पूर्व सैनिकों सहित बडी संख्या में स्थानीय लोगों ने उनके पैतृक घाट पहुॅचकर शहीद सैनिक के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए और शहीद सैनिक की अंतिम विदाई में शामिल होकर नम आंखों से उन्हें श्रद्वांजलि दी। उप जिलाधिकारी ने परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शहीद रूचिन रावत के अमूल्य बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा।
गैरसैंण ब्लाक के कुनीगाड़ गांव के शहीद सैनिक रूचिन सिंह रावत 18 वर्ष की आयु में सेना में भर्ती हुए थे। राजोरी सेक्टर में 05 मई की रात्रि को आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए। सैनिक के पिता राजेन्द्र सिंह रावत एवं उनकी माता अपने बेटे के अचानक चले जाने से स्तब्ध हैं। जांबाज सैनिक अपने पीछे अपनी पत्नी कल्पना देवी व चार वर्षीय पुत्र हर्षित को छोड़ गए है।