दुनिया का सबसे ऊंचा गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब श्रद्धालुओं से हुआ गुलजार, श्रद्धालुओं की आमद हुई 40 हजार पार
संजय कुंवर
हेमकुंड : उत्तराखंड के उच्च हिमालयी लोकपाल घाटी में सप्तश्रृंग की पवित्र चोटियों के मध्य करीब साढ़े चौदह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित सिक्ख धर्म तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब में खुशगवार मौसम के बीच यात्रा रफ्तार पकड़ने लगी है। दूरूह पथ विकट चढ़ाई और बर्फ की दीवारों के बीच बने आस्था पथ लोकपाल घाटी में सुबह 4 बजे से ही गुरु के प्रति सच्ची और अगाध आस्था और समर्पण का नजारा आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं बृहस्पतिवार 8 जून को ही रिकॉर्ड 4 हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंट साहिब पहुंचकर दरबार साहिब में मत्था टेक गुरुवाणी अरदास सुनी। जिला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों की माने तो वहीं 20 मई से लेकर अबतक करीब 40 हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंट साहिब के दर्शन कर लिए हैं। करीब 8 फीट मोटी बर्फ की सफेद चादर ओढ़े हेमकुंट साहिब धाम आजकल सचमुच धरती पर स्वर्ग का एहसास दिला रहा है।आलम ये है कि जून माह का पहला सप्ताह गुजरने के बाद भी अभी पवित्र अमृत सरोवर सहित आसपास के क्षेत्र पूरी तरह बर्फ के आगोश में है। जानकारों की माने तो जून के महीने में इस तरह का बर्फीला दृश्य हेमकुंट साहिब धाम में लगभग 13 वर्षों बाद ऐसा नजारा श्रद्धालुओं को देखने को मिला है। हेमकुंट साहिब गुरुद्वारा के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार गुरुनाम सिंह ने बताया की यात्रा आप सुगमता के साथ जारी है। गुरुद्वारा कमेटी द्वारा हेमकुंट साहिब की यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं का पूरा ध्यान रख रही है। गुरुद्वारे में रुकने से लेकर लंगर मेडिकल की सुविधा सहित पूरा सहयोग कर रही है।अबतक करीब 40 हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंट साहिब जी के दर्शन कर दिए हैं। आस्था पथ को लगातार सेवादारों द्वारा साफ कर मार्ग आवाजाही हेतु दुरस्त रखे जाने की व्यवस्था की जा रही है।तस्वीरों में देख सकते है कैसे बर्फ के पहाड़ों को काटकर बनाए गए पैदल रास्तों से श्रद्धालु लोग अटलाकोटी ग्लेशियर प्वाइंट से ऊपर गुरुधाम की और चढ़ाई कर रहे हैं। श्री हेमकुंट साहिब गुरुद्वारा प्रबन्धन कमेटी द्वारा गोविंद घाट से लेकर गोविंद धाम घांघरिया और हेमकुंट साहिब में श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह यात्रा व्यवस्था चाक चौबंद की है। यात्रियों को हेमकुंट साहिब से समय पर गुरुद्वारा कमेटी द्वारा लाउड स्पीकर से अपील करके वापस नीचे गोविंद धाम भेजने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे। ताकि नीचे आस्था पथ खराब मौसम और बर्फ में फिसलने से यात्रियों को नुकसान न हो। सुरक्षा के मद्दे नजर 4 बजे बाद गोविंद घाट से कोई वाहन और श्रद्धालु पुलना घांघरिया की ओर नहीं भेजा जा रहा है। फ़िलहाल हेमकुंट साहिब में श्रद्धालुओं की आमद बढ़ने से एकबार फिर से गुरु धाम श्रद्धालुओं से गुलजार हो चला है,आस्था पथ पर बोले सोनी हाल के जयकारों से प्रातः तड़के से ही गूंज सुनाई दे रही है। यात्रा बेस कैंप घांघरिया में होटल लॉज सभी श्रद्धालुओं से खचाखच भरा है।