ऊखीमठ। केदारनाथ विधानसभा की पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने मुख्यमंत्री व पेयजल मंत्री से मुलाकात कर केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत फैली विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग की। पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात कर केन्द्र सरकार की चार धाम योजना के अन्तर्गत कर्णप्रयाग – गौरीकुण्ड रेलवे लाइन पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ में रेलवे स्टेशन खोलने, मदमहेश्वर घाटी के गडगू गाँव में मोबाइल टावर लगाने, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऊखीमठ का उच्चीकरण कर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा देने, मणिगुह- स्यालडोभा – खाली – खमोली – पूर्व में स्वीकृत मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करने, रूद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे पर कुण्ड – गुप्तकाशी के मध्य मोटर मार्ग का डामरीकरण व सुधारीकरण करने, भूस्खलन प्रभावित गांवों का भूवैज्ञानिकों से सर्वे कराकर विस्थापित करने, तुंगनाथ घाटी के उषाडा गांव के 85 परिवारों का विस्थापन करने, तल्ला नागपुर के चोपता में बस पार्किंग निर्माण करने, विद्यापीठ में आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने, एशिया के सबसे बडे भेड़ प्रजनन केन्द्र चिलियाखोड मक्कू में चार दीवारी निर्माण व रिक्त पदों पर भरपाई करने, चुन्नी बैण्ड – विद्यापीठ मोटर मार्ग का डामरीकरण करने, तल्ला नागपुर के अन्तर्गत 2006 में स्वीकृत मवाधार – चामक तीन किमी, मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करने, क्यूजा घाटी के राउमावि बाडव का उच्चीकरण कर इन्टर का दर्जा देने, डी फार्मा प्रशिक्षित बेरोज़गारों को फार्मसिस्ट के पदों पर भर्ती करने तथा क्रौंच पर्वत पर विराजमान भगवान कार्तिक स्वामी तीर्थ को जोडने वाले सभी पैदल ट्रैकों को विकसित करने की मांग की।
जिस पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत फैली हर समस्या का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश सम्बन्धित विभागों को दिये जायेंगे। पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल से भी मुलाकात कर भगवती मनणामाई तीर्थ से निकलने वाली मदानी नदी, द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के धाम से निकलने वाली मधुगंगा व तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के धाम से निकलने वाली आकाशकामिनी नदियों को नमामि गंगे योजना में शामिल करने, गुप्तकाशी व पिगलापाणी – ऊखीमठ पेयजल योजनाओं का पुर्नगठन करने, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत भौरगाड – कमसाल पेयजल योजना के द्वितीय चरण मूल स्रोत पर टैंक निर्माण के लिए 70 लाख रुपये की स्वीकृति देने की मांग की।