ऊखीमठ। ग्रामीण विकास संस्थान इंस्टिट्यूट जौलीग्रान्ट डोईवाला ने तुंगनाथ घाटी व मदमहेश्वर घाटी के लगभग 18 गांवों के 220 गरीब, विधवा, विकलांग व अनाथ लोगों को खाद्यान किट वितरित किये हैं। इससे पूर्व भी इंस्टीट्यूट द्वारा चमोली के रैणी गाँव सहित विभिन्न गावों में निरन्तर सराहनीय कार्य किया जा रहा है तथा 12 सितम्बर 2012 की चुन्नी मंगोली की आपदा के बाद ऊखीमठ क्षेत्र में तथा 16/17 जून 2013 की आपदा के बाद इंस्टीट्यूट द्वारा केदार घाटी में स्वास्थ्य शिविर लगाकर आपदा प्रभावितों को स्वास्थ्य सुविधा दी गयी थी।
आने वाले समय में इंस्टीट्यूट द्वारा कालीमठ घाटी के कोटमा में एक विशाल स्वास्थ्य शिविर लगाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है! जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास संस्थान इंस्टीट्यूट जौलीग्रान्ट के कार्यक्रम समन्यवक सुनील खण्डूरी ने बताया कि विगत दिनों इंस्टीट्यूट द्वारा मदमहेश्वर घाटी की एक गरीब कन्या की डोली विदाई में यथा सम्भव मदद की गयी थी तथा इन दिनों वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण जिन लोगों के सन्मुख दो जून रोटी का संकट बना हुआ है इंस्टीट्यूट द्वारा उन्हें निरन्तर मदद की जा रही है !
उन्होंने बताया कि इंस्टीट्यूट द्वारा तुंगनाथ घाटी के बरंगाली, हूण्डू, ऊषाडा, दैडा, सारी, करोखी, पठाली,किमाणा, तथा मदमहेश्वर घाटी के पाली सरूणा फापज, गिरीया, मनसूना, गैड़ गडगू तथा बुरूवा सहित लगभग 18 गांवों के 220 विधवा महिलाओं, विकलांग तथा असहाय परिवारों को खाद्यान किट वितरित किये गये है! उन्होंने बताया कि इंस्टीट्यूट द्वारा खाद्यान किट में आटा, चावल, दाल, चीनी साबुन सहित रोजमर्रा की सामाग्री को शामिल किया गया है! बताया कि सभी गांवों में किट वितरित करने में बाबा केदारनाथ दास सेवा मण्डल अगस्तमुनि , प्रधान संगठन ऊखीमठ मदमहेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट् व प्रधान बुरूवा सरोज भटट् का पूर्ण सहयोग मिला है ! इस मौके पर कनिष्ठ प्रमुख शेलेन्द्र सिंह कोटवाल, प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत, संरक्षक सन्दीप पुष्वाण, मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नेगी, पूर्व प्रधान प्रदीप बजवाल, लक्ष्मण सिंह राणा, नीरज नेगी, भानु प्रसाद भटट,अनिल पुण्डीर, सुनील बमोला, कमल सहित विभिन्न गांवों के पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।