राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला मुख्यालय गोपेश्वर में जनपद स्तरीय आशा सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की मुख्य अतिथि जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने जिले में सराहनीय कार्य करने वाली आशाओं, आशा फैसिलिटेटर तथा आशा ब्लाक समन्वयक को प्रशस्ति पत्र, मेडल एवं प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर नुक्कड नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
दीप प्रज्जवलित कर आशा सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आशा समुदाय और स्वास्थ्य विभाग की एक मजबूत कड़ी है, जो समुदाय और स्वास्थ्य को जोड़ने में सेतु का काम करती है। और स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं, नियमित टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने में भी आशा कर्मियों की अहम भूमिका है। जिलाधिकारी ने कहा कि सीमांत जनपद चमोली की दुर्गम परिस्थितियों के बीच मुश्किलों का सामाना करते हुए सभी आशाओं ने कोविड महामारी की रोकथाम में भी बेहतर कार्य किया है और अब कोविड वैक्सीनेशन में भी जनपद में अच्छा कार्य चल रहा है। उन्होंने सभी आशाओं को शुभकामनाएं देते हुए आगे भी पूर्ण मनोयोग से उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
जिलाधिकारी ने सम्मेलन में आशा, आशा फैसिलिटेटर और आशा ब्लाक समन्वयक को क्रमश 5 हजार, 3 हजार और 1 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि, प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया। उत्कृष्ट कार्यों में देवाल ब्लाक के चैर गांव की आशा चन्द्रादेवी को प्रथम, पोखरी ब्लाक के कुजांसू गांव की आशा सुशीला देवी को द्वितीय और थराली ब्लाक की लोल्टी गांव की आशा पार्वती देवी को तृतीय स्थान मिला। आशा फैसिलिटेटर में जोशीमठ ब्लाक की सुधा बुरफाल को प्रथम, दशोली ब्लाक की किरन बिष्ट को द्वितीय तथा कर्णप्रयाग ब्लाक की मुन्नी भण्डारी को तृतीय स्थान मिला। जबकि गैरसैंण की आशा ब्लाक समन्वयक शकुन्तला पंवार को पहला स्थान मिला। इन सभी को प्रशस्ति पत्र, प्रोत्साहन राशि एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया।
आशा सम्मेलन के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 जीएस राणा ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आशा स्वास्थ्य मिशन की रीढ़ है। बताया कि जिले में 668 आशा, 82 आशा फैसिलिटेटर तथा 9 आशा ब्लाक समन्वयक कार्यरत है। शासन से जिले में कार्यरत 7 आशाओं को उत्कृष्ट कार्य करने पर प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान मिला है। उन्होंने कहा कि जिले में सभी आशा बेहतर कार्य कर रही हैं और जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी अशाओं को प्रशस्ति पर देकर सम्मानित किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रसव कक्षों का सुदृढीकरण के साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने तथा समय-समय पर आवश्यक सहयोग एवं मार्गदर्शन देने पर जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर एसीएमओ डा0 एमएस खाती, एसीएमओ डा0 उमा रावत, नर्सिंग काॅलेज गोपेश्वर की प्रधानाचार्य ममता कपरवाण सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, आशा व आशा फैसिलिटेटर मौजूद थी।