रेडक्रॉस सोसाइटी, चमोली द्वारा रेडक्रॉस भवन गोपेश्वर में बड़ी धूमधाम से मनाया ‘सर हेनरी ड्यूनेन्ट’ का जन्मदिन..
गोपेश्वर। रेड क्रॉस डे 8 मई को हेनरी डुनेंट की जयंती पर मनाया जाता है। पिछले दो सालों से जारी कोविड-19 महामारी में रेड क्रॉस आंदोलन की अहमित और भी अधिक प्रासंगिक हो गई है।
जहां आज विश्व भर में सर हेनरी ड्यूनेन्ट के जन्म दिवस पर रेड क्रॉस दिवस मनाया जा रहा है, वहीं आज 08 मई 2022 को इस शुभ अवसर पर रेडक्रॉस सोसाइटी, चमोली द्वारा भी रेड क्रॉस भवन गोपेश्वर में सर हेनरी ड्यूनेन्ट का जन्म दिवस बडी धूमधाम से मनाया गया। साथ ही इस अवसर पर सर हेनरी ड्यूनेन्ट को यादकर उनकी प्रतिमा के सम्मुख संस्था के चैयरमैन श्री भगत सिंह बिष्ट जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यापर्ण किया। इस दौरान रेड क्रॉस समिति चमोली के सचिव दलवीर सिंह बिष्ट द्वारा ‘बी ह्यूमन काइन्ड’ के तहत मानव सेवा के बारे में बताया गया।
इस क्रार्यक्रम में श्री विजय वशिष्ठ जी ने रेडक्रॉस के सिद्धान्तों पर प्रकाश डाला। साथ ही भी वीरेन्द्र बिष्ट जी व श्री दीवान सिंह नेगी जी ने भी सोसाइटी के विभिन्न सिद्धान्तों पर अपने विचार रखे। इसी क्रम में सभी स्वयंसेवियों ने शपथ ली कि ‘बी ह्यूमन काइन्ड’ के तहत मानवता की पीड़ा को कम करने के लिए हम सभी ऐसे कार्य करेंगे, जो मानव जाति एवं सभी जीव-जन्तुओं के लिए सदैव हितकारी रहेंगे। साथ ही सभी स्वयंसेवियों ने रेडक्रॉस के सिद्धांतों पर चलने की शपथ ली।
इस अवसर पर स्वयंसेवी श्री विजय वशिष्ठ, श्री वीरेन्द्र बिष्ट, श्री दीवान सिंह नेगी, सचिव दलवीर सिंह बिष्ट, श्री भूपेन्द्र राणा, आशीष रावत आदि सभी उपस्थित थे।
इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट आंदोलन के सिद्धांतों को याद करने के लिए मनाया जाता है। वर्ल्ड रेड क्रॉस डे का मुख्य उद्देश्य असहाय और घायल सैनिकों और नागरिकों की रक्षा करना। ये दिवस 8 मई को हेनरी डुनेंट की जयंती पर मनाया जाता है, जो रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के संस्थापक थे। इस दिन लोग इस मानवतावादी संगंठन और उसकी ओर से मानवता की सहायता के लिए अभूतपूर्व योगदान के लिए श्रद्धांजलि देने के लिए याद करते हैं।
वर्ल्ड रेड क्रॉस डे का महत्व
वैसे तो वर्ल्ड रेड क्रॉस सोसाइटी का काम हमेशा जारी रहता है। किसी भी बीमारी या युद्ध संकट में इनके वॉलेंटियर्स लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के काल में इनका काम और बढ़ गया। कोविड को हराने के लिए रेड क्रॉस युद्धस्तर पर काम कर रही है। इस संस्था से जुड़े लोग कोरोना से बचाव हेतु दुनियाभर में जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रहे हैं। साथ ही लोगों को मास्क, दस्ताने और सैनिटाइजर बांट रहे हैं।