डीएफओ साहब! महंगे दामों में खरीदे सब्जियों के बीज और आलू बोए हैं तो जंगली सूअरों ने खोद कर बर्बाद कर दिया, कैसे चलेगी हमारी आजीविका

Team PahadRaftar

 डीएफओ साहब! महंगे दामों में खरीदे सब्जियों के बीज और आलू बोए हैं तो जंगली सूअरों ने खोद कर बर्बाद कर दिया, कैसे चलेगी हमारी आजीविका

संजय कुंवर 

जोशीमठ : उत्तराखंड चमोली जनपद के सीमांत प्रखंड जोशीमठ क्षेत्र का कृषि प्रदान आदर्श सांसद गांव और जनपद की सब्जी मंडी के रूप में मशहूर बड़ागांव में इन दिनों जंगली जानवरों का जबरदस्त आतंक बना हुआ है। धौली गंगा घाटी के इस सीमांत कृषि प्रदान घाटी के खेत खलिहानों में इन दिनों जंगली जानवरों के आतंक से लोग परेशान हैं। बड़ागांव क्षेत्र के धरोड़ी,सुंदारी, खरोडी,उरछिंग तोक,मेकुराला, डुंगलटा,खरोड़ी,बावा,क्वोमा, फारम,दना,चाडिंग,चोरमी,पयां से लगी सैकड़ों नाली उपजाऊ सारियों और खेत खलिहानों में जंगली सूअरों के बड़े झुंड न केवल फसलों और सब्जियों को तहस-नहस कर रहे हैं बल्कि खेतों में बड़े-बड़े गड्डे भी बना दे रहे हैं।

बता दें की बड़ागांव ग्राम सभा के 90% ग्रामीणों की आजीविका का एकमात्र साधन ही कृषि और बागवानी सब्जी उत्पादन है, आदर्श सांसद गांव बड़ागांव ग्राम पंचायत के कृषकों के उत्पाद खास कर सब्जियां जिसमें राई,पालक मूली,मटर, गोबी, फूल गोभी,लोंकी, कद्दू,बैगन,टमाटर, जहां श्रीनगर गढ़वाल तक के बाजारों में बड़ी डिमांड के साथ बिकते हैं वहीं,यहां का आलू,सेब,राजमा,भी बहुत महंगे दामों पर बिकता है जिसके चलते गांव के काश्तकारों को बढ़िया आय हो जाती है। लेकिन जंगली जानवरों के आतंक और उनके द्वारा फसलों को पहुंचाए गए भारी नुकसान का खमियाजा पूरी तरह से सीमांत के किसानों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में किसानों के महंगे आलू ,मटर,गेंहू,जौ, के बीजों को बुवाई के साथ साथ उन्नत किस्म के शाक सब्जी के बीज जो आजकल खेतों में बोए हैं उन्हें कुछ दिन बाद ही जंगली सुअरों के झुंडों ने पूरी तरह तहस नहस कर फसलों को तैयार होने से पहले ही बर्बाद कर दी है। जिसके चलते किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है, ऐसे में ग्रामीणों ने एकजुटता के साथ आज ग्राम पंचायत प्रदान और वन पंचायत सरपंच सुनील सिंह के अगुवाई में जोशीमठ स्थित नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क कार्यालय पहुंचे। जहां बड़ागांव के काश्तकारों ने डीएफओ नन्दादेवी राष्ट्रीय पार्क के कार्यालय के बाहर जबरदस्त नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए अपना विरोध जताया। काश्तकारों ने डीएफओ नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क बीवी मर्तोलिया, से गुहार लगाते हुए कहा कि डीएफओ साहब! महंगे दामों में खरीदे आलू बोते हैं तो जंगली सूअर खोद कर बर्बाद हैं। खेतों में शाक सब्जी और फसल लगी है तो यहीं जंगली जानवर नोचकर खोद कर बर्बाद कर दे हैं। हम ग्रामीणों की आजीविका का साधन ही कृषि और शाक सब्जी उत्पादन है जो सब बर्बाद हो रहा है, आप ही बताएं हम क्या करें किसके पास जाएं,वहीं ग्रामीणों का कहना था की बन विभाग द्वारा आजतक बड़ागांव में किसी भी तरह की जंगली जानवरों से फसलों को बचाने की कोई एस्कीम नहीं बनाई है और न ही कोई कार्यवाही की है। और नही जंगली जानवरों खास कर इन जंगली सुअरों को मारने और रोकथाम को लेकर कोई कार्यवाही की है लिहाजा ग्रामीणों को मजबूरन आज पार्क प्रशासन कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करने के लिए  विवश होना पड़ा है। वहीं इस संदर्भ में ग्रामीणों की ओर से ग्राम प्रधान,विमला देवी भंडारी, सरपंच सुनील सिंह, महिला मंगल दल अध्यक्ष हेमंति देवी और सांसद प्रतिनिधि राकेश भंडारी आदि ने डीएफओ नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क से वार्ता कर काश्तकारों को जंगली जानवरों से निजात दिलाने की ठोस कदम उठाने की बात कही जिसके बाद डीएफओ नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क को ज्ञापन भी सौंपा गया। प्रभागीय वनाधिकारी नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क बी,वी, मर्तोलिया,ने सभी ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा की आज से ही वन क्षेत्राधिकारी स्तर पर एक ओआरटी टीम गठित कर प्रभावित क्षेत्र पर कड़ी निगरानी के साथ जंगली जानवरों खासकर जंगली सुअरों को खेत खलिहानों के नजदीक आने से रोकने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। एसपी चमोली को भी इस बाबत पार्क प्रशासन द्वारा पत्र लिख कर जंगली सुअरों को मारने हेतु अपने बेहतर निशानेबाजों की सेवा वन विभाग के मार्फत देने पर भी सहमति बनाई जा रही है ताकि ग्रामीणों को कुछ हद तक इन जंगली जानवरों से निजात मिल सके। साथ ही जहां – जहां फसलों को ज्यादा नुकसान हो रहा है वहां टीम द्वारा ट्रेप कैमरे भी लगाए जायेंगे ताकि समय रहते जंगली जानवरों की सही लोकेशन मिल सके और उन्हें रोकने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करना पड़ेगा। विभाग ग्रामीणों की हर संभव मदद करेगा,वहीं ग्रामीणों ने कहा की वो भी टीम को पूरा सहयोग करेगी,और खुद बारी बारी से ग्रामीणों के दल बनाकर रात्रि कालीन गश्त और प्रहरी की ड्यूटी करेंगे। बड़ागांव के प्रगतिशील काश्तकार जयदीप भंडारी, महिला मंगल दल अध्यक्ष बड़ागांव हेमंती देवी, सुनीता देवी, बताते हैं कि सब्जियों और फसलों को मानसून से अधिक जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे हैं। जंगली सुअरों के झुंड खेतों में घुसकर काश्तकारों की मेहनत पर पूरी तरह से पानी फेर रहे हैं।

काश्तकारों ने महंगे दामों पर उन्नत किस्म के बीज खरीद कर बोया है अब उनकी फसल को जंगली जानवरों ने इस तरह बर्बाद कर दिया है, ऊनकी आर्थिकी आजीविका इन्ही शाक सब्जीयों और नगदी फसलों पर निर्भर है फसल बर्बाद हो रही है विभाग मौन है, वन विभाग या तो इन जंगली सुअरों को मारने की अनुमति दे या विभाग खुद पहल करे और किसानों को उनके नुकसान की भरपाई करते हुए इन जंगली सुअरों को भी अपने स्तर से भगाने या मारने की कार्यवाही करें या हमारी खेत खलिहानों की सुरक्षा का जिम्मा खुद संभाले पार्क प्रशासन नही तो बड़ागांव के ग्रामीणों को फिर से पार्क प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा।

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