सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस चुनाव समिति के अध्यक्ष हरीश रावत व कांग्रेसी नेता यशपाल आर्य ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन व पूजा अर्चना की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि सूबे में आगामी विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस की सरकार आई तो सबसे पहले देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व यशपाल आर्य सुबह हेलीकाप्टर से बदरीनाथ धाम पहुंचे। तकरीबन आधे घंटे तक उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना में भाग लिया। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने भगवान बदरी विशाल से विश्व कल्याण की कामना की। बदरीनाथ धाम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड परंपरा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वह विकास के पक्षधर हैं, परंतु विकास के दौरान परंपराओं का हनन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि परंपराएं आज भी सर्वोपरि है। चारों धामों की पंरपरा विश्व की अनूठी परंपराओं में से एक है। श्री रावत ने कहा कि सरकार को भी इस मुददे पर गंभीरता से सोचना चाहिए। इस अवसर पर उनके निजी सचिव कमल सिंह रावत, पूर्व जिला पंचायत सदस्य दर्शन सिंह रावत, दिगंबर सिंह रावत, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता विकास जुगरान, जिला प्रवक्ता तेजवीर कंडेरी, बदरीनाथ नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष बलदेव मेहता, जयदीप मेहता, श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व सदस्य दिवाकर चमोली सहित कई लोग शामिल थे। इस अवसर पर उत्तराखंड क्रांति दल के महासचिव विकास गौड ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता भी ग्रहण की।