ऊखीमठ। कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश महासचिव आनन्द सिंह रावत व जिलाध्यक्ष रणजीत रावत ने तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर चारधाम यात्रा में ई- पास की बाधिता समाप्त न करने पर चार अक्टूबर को रूद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे पर कुण्ड में प्रातः 10 बजे से 12:30 बजे तक चक्काजाम की चेतावनी दी है। उप जिलाधिकारी जितेन्द्र वर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजे ज्ञापन का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा में ई – पास की अनिवार्यता लागू होने से क्षेत्र की आर्थिकी बुरी तरह प्रभावित हो गयी है तथा विभिन्न प्रान्तों से बिना ई पास के केदार घाटी पहुंच रहे श्रदालुओं को केदारनाथ यात्रा से वंचित रखा जा रहा है। उनका कहना है कि न्यायालय के आदेशों के अनुसार प्रति दिन 8 सौ श्रदालु ही केदारनाथ धाम के दर्शन ई -पास के आधार पर कर सकते हैं।
जबकि हजारों होटल लॉज, होटल स्वामी, घोड़े – खच्चर संचालक केदारनाथ यात्रा पर निर्भर रहते हैं। उनका कहना है कि विगत दो वर्षों से वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित होने से केदारनाथ यात्रा पर निर्भर रहने वाले व्यवसायियों के सन्मुख रोजी – रोटी का संकट बना हुआ है। 18 सितम्बर से शुरू हुई चारधाम यात्रा से स्थानीय जनता को उम्मीद थी कि चारधाम यात्रा शुरू होने से उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त होगें। मगर चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की संख्या सीमित रखने व ई- पास की अनिवार्यता लागू होने से सबके अरमानों पर पानी फिर गया है। साथ ही बिना ई-पास के देवभूमि उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं को बिना बाबा केदारनाथ के दर्शनों के लौटना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 3 अक्टूबर तक ई-पास की अनिवार्यता समाप्त नहीं की गयी तो क्षेत्रीय जनता को 4 अक्टूबर को रूद्रप्रयाग गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे पर कुण्ड में चक्काजाम के लिए बाध्य होना पडे़गा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी।