उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में बायो मेडिकल वेस्ट के निरीक्षण के दौरान एनओसी न मिलने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एसपी कुड़ियाल ने नाराजगी जताई। उन्होंने चिकित्सालय प्रशासन को अग्निशमन विभाग, प्रदूषण बोर्ड की एनओसी लेकर रेडिएशन प्रोटक्शन एक्ट में हर हाल में रजिस्ट्रेशन करने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिले में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न इकाइयों का निरीक्षण किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोखरी व उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में निरीक्षण के दौरान रेडियोलॉजिस्ट उमंग रावत व एनेस्थेटिक ऋषिका राठौर गायब मिले। बताया गया कि दोनों चिकित्सक लंबे समय से गायब चल रहे हैं। दोनों चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.कुड़ियाल ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिए कि प्रदूषण बोर्ड की एनओसी हर हाल में सभी अस्पताल प्रशासन ले लें। चाहे वे निजी अस्पताल हो या सरकारी। पोखरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सफाई नायक की कमी से सफाई व्यवस्था की स्थिति ठीक न पाए जाने पर सीएमओ ने कहा कि शीघ्र ही चिकित्सा प्रबंधन समिति की बैठक रखकर इस समस्या का निदान किया जाएगा। महानिदेशालय से भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व सफाई नायकों के पदों पर तैनाती को लिखा जाएगा। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कर्णप्रयाग डायलिसिस सेंटर के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। बताया गया कि यहां सिविल वर्क 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। यह कार्य पूरा होने के बाद हंस फाउंडेशन द्वारा इसमें यंत्र इस माह के अंत तक लगाए जाने के बाद कर्णप्रयाग में डायलिसिस की सुविधा मरीजों को मिलनी शुरू हो जाएगी।