सीएम धामी का निर्णय स्वागत योग्य : स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज
संजय कुँवर जोशीमठ
पौराणिक ज्योर्तिमठ बद्रिकाश्रम के स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने मुख्यमंत्री के जोशीमठ का नाम बदलकर पौराणिक नाम ज्योतिर्मठ करने के निर्णय का स्वागत किया है। शंकराचार्य ने कहा कि ज्योतिषपीठ आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित की गई चारपीठों में से एक है। कहा कि बीते कालखंड में लोगों द्वारा ज्योतिर्मठ के नाम का गलत उच्चारण करके जोशीमठ नाम से पुकारा गया। कहा कि जोशीमठ नाम का वेदों पुराणों में कोई इतिहास उल्लेखित नहीं है। उन्होंने कहा कि वें मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत करते हैं। कहा कि अब आदि शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित ज्योतिरमठ के नाम का गलत उच्चारण नहीं होगा। और बार-बार इस पवित्र तीर्थ क्षेत्र के नाम का उच्चारण करने से लोगों की वाणी भी पवित्र व पाप मुक्त होगी। साथ ही ज्योतिष पीठ के पीठ पुरोहित ऋषि प्रसाद सती ने कहा कि वे सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जनहित व धर्म की रक्षा के लिए सुदृढ़ है। कहा की जोशीमठ को उसके पौराणिक नाम ज्योर्तिमठ से पुकारा जाना हमारे लिए आने वाली युवा पीढ़ी के लिए बड़े गर्व की बात है।
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Sun Dec 26 , 2021