ऊखीमठ। ईको पर्यटन विकास समिति तुंगनाथ चोपता , व्यापार संघ व जीप टैक्सी यूनियन के सयुंक्त तत्वावधान में चोपता – तुंगनाथ पैदल मार्ग के यात्रा पड़ावों सहित तुंगनाथ धाम में स्वच्छता अभियान चलाकर कई कुन्तल प्लास्टिक व कूड़ा एकत्रित कर निस्तारण हेतु चोपता पहुंचाया गया। तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों व सैलानियों से आग्रह किया गया कि प्रयोग के बाद प्लास्टिक की बोतलों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाय। जिससे तुंगनाथ घाटी के सुरम्य मखमली बुग्यालों की सुन्दरता कायम रह सके। ईको पर्यटन विकास समिति के पदाधिकारियों ने तुंगनाथ धाम सहित यात्रा पडावो पर व्यवसाय कर रहे व्यापारियों से कहा कि वे तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों व सैलानियों को सलाह दे कि प्रयोग के बाद प्लास्टिक व कचरे को उचित स्थानों पर फेंके। जानकारी देते हुए ईको पर्यटन विकास समिति के अध्यक्ष भूपेन्द्र मैठाणी ने बताया कि ईको पर्यटन विकास समिति चोपता तुंगनाथ, व्यापार संघ व जीप टैक्सी यूनियन के सयुंक्त प्रयासों से चोपता – तुंगनाथ पैदल मार्ग सहित तुंगनाथ धाम तक स्वच्छता अभियान चलाकर कई कुन्तल प्लास्टिक व अन्य सामाग्री एकत्रित कर निस्तारण हेतु चोपता पहुंची गयी है। उन्होंने बताया कि तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों व सैलानियों द्वारा लगातार प्लास्टिक की बोतलों व अन्य कूड़े को खुले में छोड़ना चिन्ता का विषय बना हुआ था तथा प्रयोग के बाद कूड़े को खुले में छोड़ने से सुरम्य मखमली बुग्यालों की सुन्दरता धीरे – धीरे गायब हो रही है।
उन्होंने बताया कि ईको पर्यटन विकास समिति द्वारा आगामी समय में चोपता – तुंगनाथ पैदल मार्ग सहित चन्द्र शिला तक भोज पत्र के पौधों को रोपित कर तुंगनाथ घाटी के प्राकृतिक सौन्दर्य को सजारने व संवारने की सामूहिक पहल की जायेगी! बताया कि कुछ तीर्थ यात्रियों व सैलानियों द्वारा पैदल मार्ग के बजाय सुरम्य मखमली बुग्यालों से आवाजाही करने के कारण बुग्यालों की सुन्दरता धीरे – धीरे गायब हो रही है तथा भविष्य में बुग्यालों में भूस्खलन होने की सम्भावना बनी हुई है इसलिए वन निदेशालय व शासन को पत्र भेजकर चोपता – चन्द्रशिला पैदल मार्ग के दोनों तरफ जाली व घेरबाड करने की मांग की जायेगी। श्री मैठाणी ने कहा कि पैदल मार्ग पर शौचालयों व प्रतिक्षालयों का निर्माण न होने से तीर्थ यात्रियों व सैलानियों को परेशानी हो रही है इसलिए चोपता – तुंगनाथ धाम तक शौचालयों व प्रतिक्षालयों के निर्माण के लिए शासन से वार्ता की जायेगी। इस मौके पर यशपाल सिंह नेगी, कुवर सिंह राणा, दिनेश भण्डारी, अरविन्द मैठाणी,देवेन्द्र नेगी, विनोद मैठाणी, भरत सिंह राणा, केवलानन्द मैठाणी,अशोक चौहान, सुमित भण्डारी, दिलवर सिंह चौहान, प्रमोद चौहान, कमल सिंह चौहान, शिव प्रसाद मैठाणी, कुवर सिंह रावत, मुकेश बर्त्वाल, प्रदीप सिंह चौहान सहित ईको पर्यटन विकास समिति, जीप टैक्सी यूनियन, व्यापार संघ के पदाधिकारी, सदस्य व घोड़े – खच्चर संचालक मौजूद रहे।