चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के डुमक व उर्गमघाटी समेत दो दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने गुरूवार को चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर की सड़कों पर उतर कर सैंजी लग्गा मैकोट-बैमरू-डुमक मोटर मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा गया।
गौरतलब है कि सैंजी लग्गा मैकोट-बैमरू-डुमक मोटर मार्ग निर्माण की मांग को लेकर डुमक के ग्रामीणों की ओर से बीते 23 दिनों से डुमक गांव में धरना दिया जा रहा है। वहीं गांव के ही युवाओं की ओर से एक जनवरी से हल्ला बोल पदयात्रा निकाल कर क्षेत्र के गांवों के लोगों का आंदोलन को लेकर समर्थन के लिए गांव-गांव पदयात्रा की जा रही थी। साथ 18 जनवरी को जिला मुख्यालय गोपेश्वर में प्रदर्शन किए जाने के लिए ग्रामीणों को आंदोलन में भागेदारी की अपील भी की जा रही थी। इसी कड़ी में गुरूवार को क्षेत्र के सैकड़ों की तादात में ग्रामीण चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंचे और जिला मुख्यालय की सड़कों पर नारे बाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में पहुंचे। जहां पर सभी की गई जिसमें डुमक के पूर्व प्रधान प्रेम सिंह सनवाल ने कहा कि लंबे समय से ग्रामीण मोटर मार्ग निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन, प्रदर्शन, पत्राचार करते आ रहे है लेकिन उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है।
यहां तक की पूर्व में किये गए सर्वे को बदल कर सड़क का समरेखण भी बदल दिया गया है। जिससे इसका लाभ डुमक के ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि 32 किलोमीटर पैदल आवाजाही कर ग्रामीण जिला मुख्यालय समेत अन्य स्थानों तक पहुंच पाते है। गांव में बुनियादी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है जिससे बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को सड़क न होने का खामियाजा सबसे अधिक भुगतना पड़ रहा है। डुमक के प्रधान आईएस सनवाल ने कहा कि प्रदेश में किसी भी पार्टी की सरकार रही हो हर सरकार ने उनकी मांग पर कोई गौर नहीं किया। बल्कि उन्हें आश्वासनों का झुनझुना थमा कर अपनी वोट की राजनीति करते रहे लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा यदि सड़क का निर्माण कार्य नहीं होता है तो लोकसभा चुनाव बहिष्कार के लिए ग्रामीणों को मजबूर होना पड़ेगा। सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि युवाओं की ओर से निकाली जा रही पदयात्रा शुक्रवार को गोपीनाथ मंदिर प्रांगण से देहरादून सचिवालय के लिए कूच करेगी साथ ही उनका गांव में धरना भी चलता रहेगा जब तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होता ग्रामीण चुप बैठने वाले नहीं है। इस मौके पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी, शुक्री देवी, योगम्बर नेगी, सूरज सिंह, मीना देवी, लक्ष्मी सनवाल, नर्वदा सनवाल, गोदावरी देवी, विमला देवी, पूजा देवी आदि शामिल रहे।