गौचर : वाईब्रेंट विलेज के जनप्रतिनिधियों व महिलाओं का आईटीबीपी ने किया स्वागत

Team PahadRaftar

राजपथ पर आयोजित वाईब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गांवों के ग्राम प्रधानों का वापसी में आईटीबीपी के जवानों के द्वारा किया गया स्वागत।

केएस असवाल

गौचर  : गृह मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ नई दिल्ली में आयोजित “वाईब्रेंट विलेज प्रोग्राम में आईटीबीपी के सह-सहयोग से उत्तराखण्ड के नीति एवं माणा वेली में स्थित सीमावर्ती गांवों के ग्राम प्रधानों (सरपंचों) को राजपथ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने के उपरान्त   आईटीबीपी के गौचर कैम्प में अतुल कुमार थवाईत, द्वितीय कमान, कार्यालयाध्यक्ष, 8वीं बटालियन, आईटीबीपी के द्वारा वापसी में गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

“वाईब्रेंट विलेज प्रोग्राम” के संदर्भ में श्री अतुल कुमार यवाईत, द्वितीय कमान, ने बताया कि आईटीबीपी के सह-संयोजन से उक्त कार्यक्रम में सीमावर्ती गांव के 12 पुरुष, 13 महिलाएं एवं 04 बच्चों सहित कुल 29 ग्राम प्रधानों/प्रतिनिधियों के द्वारा भाग लिया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सीमावर्ती गांवों का व्यापक स्तर पर विकास करना है ताकि लोगों के जीवन स्तर में अपेक्षित सुधार करते हुए इनको देश की मुख्यधारा से जोड़ना है। जिससे सीमावर्ती क्षेत्र से पलायन की समस्या को रोका जा सकें। उक्त कार्यक्रम में सीमावर्ती क्षेत्र में कृषि, बागवानी, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के माध्यम से आजीविका सृजन के अवसर पैदा करने योग्य क्षेत्रों की परिकल्पना की गई है। उक्त के अतिरिक्त लोगों में हमारी संस्कृति हमारी विरासत की भावना का विकास करने का प्रयास किया गया ताकि लोग अपनी संस्कृति को अपनी विरासत मानते हुए लोगों में मातृभूमि प्रेम प्रज्वलित होता रहे।

ग्राम प्रधानों को मुख्य धारा में जोड़ने के आशय से आईटीबीपी के द्वारा प्रधानमंत्री संग्रहालय (त्रिमूर्ति भवन) तथा हुमायूं मकबरा में भ्रमण करवाया तथा सीमा सुरक्षा बल के निजामुद्दीन स्थित कैम्प परिसर में अमित शाह गृह मंत्री, भारत सरकार के द्वारा गाम प्रधानों से मिलाप किया गया तथा अपने संबोधन के माध्यम से बताया कि सीमावर्ती गांवों को विकसित किए बगैर एक विकसित भारत का निर्माण नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती गांव अंतिम नहीं, बल्कि देश के प्रथम गांव है। नीतिगांव, घमसाली, मलारी, माणा, बाम्पा व फरकिया गांव के प्रधान व महिलाएं उपस्थित रही। सभी ग्राम प्रधानों के द्वारा राजपथ पर आयोजित 75 वें गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लिया गया तथा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भी रूबरू हुए।

आइटीबीपी के द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों के समग्र विकास व मुख्यधारा में जोड़ने हेतु समय-समय पर “सिविक एक्शन प्रोग्राम” के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं।

Next Post

ऊखीमठ : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेसियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया याद

लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ : सत्य व अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री आनन्द सिंह रावत ने कहा कि शहीदों की बदौलत हमें आजादी व […]

You May Like