चमोली जिले में भारी बारिश आफत बन कर बरस रही है। भूस्खलन से कही गांव खतरे की जद में आ गए हैं। जहां ग्रामीण रतजगा कर रात काट रहे हैं। तो कही जगह ग्रामीण प्राथमिक विद्यालयों में शरण लिए हुए हैं!
भारी बारिश से जिले में दर्जनों गांवों का संपर्क नगरों से कट गया है। जिससे लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं। दूसरी ओर शासन – प्रशासन इसको लेकर कहीं गंभीर दिखाई नहीं दे रहा है।
जिले में विगत कुछ दिनों से भारी बारिश आफत बनकर बरस रही है। जिससे जिले के दर्जनों गांवों की लाइफ लाइन ध्वस्त हो गई है। इनको खोलने के लिए प्रशासन के सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
चमोली जिले में भारी बारिश से अभी भी 39 ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हैं। वहीं दशोली ब्लाक के दूरस्थ गांव स्यूंण – लुदांऊ के पास पीएमजीएसवाइ की मोटर मार्ग भूस्खलन होने से विगत पांच दिनों से बंद पड़ी हुई है। ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत शासन – प्रशासन की गई है। बावजूद कोई कार्रवाई न होने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
स्यूंण के समाजिक कार्यकर्ता अरूण राणा ने बताया की इस संदर्भ में प्रशासन से दूरभाष पर वार्ता हुई है। लेकिन आश्वासन के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मोटर मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं के लिए आठ किलोमीटर पैदल तय करना पड़ रहा है। साथ ही स्कूली छात्रों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कहा कि रास्ता बंद होने से कई विद्यार्थी विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं। वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि जिले में इस समय 39 मोटर मार्ग बंद हैं जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है। स्यूंण मोटर मार्ग के संदर्भ में पूछने पर वो कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए।